अपडेटेड 23 June 2025 at 14:13 IST
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां के ग्राम पंचायत सोनौली मोहम्मदपुर में रविवार दोपहर 13 साल के एक बच्चे को मगरमच्छ खींचकर ले गया। हादसा उस वक्त हुआ जब सरयू नदी के किनारे बच्चा भैस को नहलाने लाया था। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। पीड़ित किशोर की पहचान राजा बाबू यादव पुत्र कुंवर बहादुर के रूप में हुई है। भैस को नदी के नहलाने के दौरान घात लगाए बैठे मगरमच्छ ने उसे दबोच लिया और पानी में खींच ले गया।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में मगरमच्छ बच्चे को पानी में खींचते हुए दिख रहा है। बच्चे का सिर कुछ सेकेंड के लिए पानी के ऊपर आता है, फिर मगरमच्छ उसे अंदर खींच लेता है। कुछ देर बाद बच्चा और मगरमच्छ दोनों नदी में गायब हो जाते हैं। बच्चे के साथ मौजूद अन्य ग्रामीणों ने जब यह दृश्य देखा तो चीखते-चिल्लाते हुए गांव की ओर भागे और लोगों को सूचना दी।
कुछ ही देर में सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद थानाध्यक्ष नरेंद्र प्रताप राय की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाश अभियान शुरू किया गया। हालांकि अभी तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला है। ग्रामीणों के मुताबिक, सरयू नदी का यह इलाका मगरमच्छों का अड्डा बन चुका है। लोग बताते हैं कि अक्सर ये मगरमच्छ नदी किनारे धूप सेंकते नजर आते हैं और कई बार जानवरों या इंसानों को अपना शिकार बना चुके हैं।
एक महीने में मगरमच्छ ने बनाया दूसरे बच्चे को शिकार
चिंता की बात यह है कि बीते एक महीने में इस क्षेत्र में मगरमच्छ द्वारा बच्चों को ले जाने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले, सोनौली मोहम्मदपुर के गंगा बेचन पुरवा के निवासी मुन्ना यादव को भी मगरमच्छ ने तब शिकार बना लिया था, जब वह अपने मवेशियों के साथ नदी में नहा रहे थे। कई दिनों बाद उनका शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अब सरयू नदी के पास जाने से डरने लगे हैं। ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस क्षेत्र में मगरमच्छों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
पब्लिश्ड 23 June 2025 at 14:13 IST