अपडेटेड 17 November 2024 at 12:07 IST

योगी-अखिलेश की लड़ाई में केशव प्रसाद मौर्य ने मोर्चा संभाला; SP चीफ पर बरसे-संतों के बारे में क्या..

केशव प्रसाद मौर्य ने अपने जवाब में कहा कि अखिलेश यादव को अच्छे लोगों की संगति नहीं मिली है। साधु संतों के बारे में क्या बोलना है, उन्हें मर्यादा का पता नहीं है।

Follow : Google News Icon  
Keshav Prasad Maurya on Akhilesh Yadav
Keshav Prasad Maurya on Akhilesh Yadav | Image: ANI/PTI

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर उपचुनाव की लड़ाई अंतिम दौर में है। अंतिम दौर के चुनाव प्रचार में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी ताकत झोंक दी है तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव एक के बाद एक सियासी चाल चल रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर भी तेज है। फिलहाल सीएम योगी और अखिलेश यादव के बीच सियासी लड़ाई में केशव प्रसाद मौर्य ने मोर्चा संभाल लिया है।

केशव प्रसाद मौर्य ने अपने जवाब में कहा कि अखिलेश यादव को अच्छे लोगों की संगति नहीं मिली है। साधु संतों के बारे में क्या बोलना है, उन्हें मर्यादा का पता नहीं है। मौर्य ने ये भी कहा कि अखिलेश यादव को खामियाजा उपचुनाव और फिर चुनाव में भुगतना पड़ेगा।

अखिलेश यादव पर बरसे केशव प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- 'संगत से गुण मिलत है संगत से गुण जात, बास फांस मिश्री एके भाव बिकाए। उनको (अखिलेश यादव) कभी अच्छे लोगों की संगति नहीं मिली है। गुंडों, अपराधियों, दंगाईयों और माफियाओं के बीच रहेंगे तो साधु-संतों के बारे में क्या बोलना है या क्या नहीं बोलना है, इस मर्यादा का उन्हें ध्यान कैसे रहेगा? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक संत हैं और एक संत का अपमान ना तो केशव प्रसाद मौर्य बर्दाश्त करेगा, ना देश और प्रदेश की जनता बर्दाश्त करेगी। इसका खामियाजा उन्हें उपचुनाव और चुनाव में भुगतना पड़ेगा।'

केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस पर भी बड़ा हमला बोला और कहा कि देश का माहौल खराब करने का कांग्रेस हमेशा से असफल प्रयास करती है। ये सबकुछ सत्ता पाने के वियोग में हो रहा है। सत्ता पाने के बेचैनी में हो रहा है। दुष्प्रचार का सहारा लेते हैं। कांग्रेस को इससे कोई लाभ नहीं होगा। ये उनके लिए घातक होगा। उन्होंने कहा कि देश में कांग्रेस मुक्त भारत का नारा चल रहा है। उत्तर प्रदेश में सपा बसपा मुक्त उत्तरप्रदेश नारा चल रहा है।

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'उद्योग महाराष्ट्र से चले गये क्योंकि एमवीए सरकार ने उसका साथ नहीं दिया'

Advertisement

Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 17 November 2024 at 12:07 IST