अपडेटेड 2 December 2025 at 07:19 IST
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी SIR पर हंगामे के आसार, विपक्ष ने की घेरने की तैयारी, किरेन रिजिजू बोले- बहस के लिए तैयार
Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र की 1 दिसंबर से शुरुआत हुई है। पहले दिन विपक्ष ने दोनों सदनों में SIR को लेकर जोरदार हंगामा किया, जो दूसरे दिन भी जारी रहने की संभावना है। जहां विपक्ष दल SIR पर चर्चा की मांग पर अड़े हैं। तो सरकार का कहना है कि वो बहस के लिए तैयार है।
- भारत
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Parliament Winter Session 2025: संसद के शीतकालीन सत्र का आज (2 दिसंबर) को दूसरा दिन है। सत्र के पहले दिन SIR को लेकर चर्चा की मांग पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और इसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित रही। अब दूसरे दिन भी इसी मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं। विपक्ष की मांग है कि SIR को लेकर चर्चा कराई जाए। इस बीच विपक्ष की ओर से आज भी संसद के गेट पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
विपक्षी दल मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं, सरकार का रहना है कि वो SIR पर चर्चा के खिलाफ नहीं है, लेकिन इसके लिए कोई निश्चित समययीमा तय नहीं की जा सकती।
आज विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
शीतकालीन सत्र के पहले दिन जोरदार हंगामे के बाद अब विपक्षी सांसद अपनी इसी मांग को लेकर आज सुबह 10.30 बजे संसद के मकर द्वार के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे। लोकसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्षी दलों ने चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए बार-बार नारेबाजी की। कई विपक्षी नेताओं ने सदन में "वोट चोर, गद्दी छोड़" का नारा लगाया।
सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती- प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शीतकालीन सत्र को लेकर केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की और सदन में सभी सार्थक चर्चा से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर सरकार विपक्ष द्वारा उठाए गए एक भी मुद्दे पर विचार करने से इनकार कर दे तो संसद कैसे चलेगी।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कहा, "सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती। फिर सदन कैसे चलेगा? उन्हें कम से कम हमारी एक बात तो सुननी चाहिए। अगर SIR पर नहीं, तो चुनाव सुधार या किसी अन्य संबंधित मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है। अगर वे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं करेंगे तो सदन कैसे चलेगा?"
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SIR वोट काटने की रणनीति है- अखिलेश
वहीं, समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि SIR वोट बढ़ाने के लिए नहीं है, बल्कि वोट काटने की रणनीति है। इलेक्शन कमीशन का काम ये है कि ज्यादा से ज्यादा वोट बने। भारतीय जनता पार्टी के दबाव में ये कोशिश हो रही है कि ज्यादा से ज्यादा वोट कटे। ये SIR का काम नहीं हो सकता है।
विपक्ष के आरोपों पर क्या बोले किरेन रिजिजू?
इस बीच विपक्षी दलों की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार किसी भी मामले पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को समयसीमा पर जोर नहीं देना चाहिए।
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उन्होंने कहा, "यह सरकार के विचाराधीन है। अगर आप यह शर्त रखेंगे कि इसे आज ही उठाया जाए, तो मुश्किल हो जाता है। आपको कुछ जगह देनी होती है। SIR या चुनाव सुधारों से जुड़ा मामला, आपने जो मांग रखी है, उसे खारिज नहीं किया गया है। यह मत समझिए कि सरकार किसी भी मामले पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।"
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 2 December 2025 at 07:19 IST