अपडेटेड 2 December 2024 at 20:30 IST
संभल हिंसा पर मौलाना तौकीर रजा का भड़काऊ बयान: 'छर्रे आतंकवादी हिंदूवादी के हैं मुसलमानों के नहीं'
Sambhal Violence: संभल हिंसा में मारे गए दंगाइयों को शहीद करार देने के बाद एक बार फिर मौलाना तौकीर रजा का भड़काऊ बयान सामने आया है।
- भारत
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Sambhal Violence: संभल हिंसा को लेकर मौलाना तौकीर रजा ने एक बार फिर से बयान जारी किया है। संभल हिंसा में मारे गए दंगाइयों को शहीद बताने के बाद अब तौकीर रजा का भड़काऊ बयान सामने आया है। इतना ही नहीं, मौलाना तौकीर रजा ने ना सिर्फ यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया, बल्कि चुनौती भी दे दी है।
संभल हिंसा को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान मौलाना तौकीर रजा ने कहा, “बेरहमी से मारा गया है। मारपीट छोटी बात है, जब बेरहमी से सीने और सिर पर गोली मार रहे हो तो इससे ज्यादा निर्मम और क्या हो सकता है? तो डंडो से मारना और तरीकों से मारना मामूली बात है। जो भी हो रहा है बेहद खतरनाक है। और मुसलमानों के लिए ये उतना खतरनाक नहीं है, जितना ये हमारे प्रदेश और देश के लिए खतरनाक है। आनेवाला वक्त, हिन्दुस्तान के लिए बहुत खतरनाक होगा।”
उन्होंने आगे कहा, "हम चाहते हैं कि किसी भी हालत में हमारे देश का माहौल ना बिगड़े। जो लोग कानून को हाथ में ले रहे हैं, उनपर सख्ती से कार्रवाई की जाए। जिस पुलिस प्रशासन ने ये बेइमानी की है, उन्हें संभल से हटाया जाए, तभी इंसाफ होगी।"
'मैं 10 से पहले ही जाऊंगा...': तौकीर रजा
संभल में हिंसा वाली जगह पर 10 दिसंबर तक जाने की अनुमती नहीं है। इसे लेकर जब मौलाना तौकीर रजा से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि मैं इंशाअल्लाह 10 से पहले जाऊंगा। मैं 10 तारीख से पहले ही जाऊंगा। और मुझे ये रोक नहीं सकते, जिस दिन मैं जाऊंगा।
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हर छर्रे के पीछे पुलिस की गोली...: मौलाना रजा
मौलाना रजा ने कहा, "राजधानी से हम कोई संदेश लेकर नहीं आ रहे हैं। राजधानी से हम अपना संदेश देते हैं। और हमारा संदेश एकता और भाइचारा है, प्यार-मोहब्बत है और दिल्ली वालों का संदेश नफरत, दंगा और फसाद है। उनका संदेश और हमारे संदेश में यही टकराव है। यही वजह है कि ऐसे बहुत से संभल इन्होंने प्लान किए हुए हैं। वो सारे संभल सामने आने हैं, अगर लोगों ने जागरुकता का सबूत नहीं दिया तो। खास तौर से मैं मीडिया से कहना चाहूंगा कि अगर आप ईमानदारी से जाकर वहां जानकारी लोगे तो हर छर्रे के पीछे आपको पुलिस की गोली मिलेगी, छर्रा कहीं नहीं मिलेगा।"
पत्थर और छर्रे हिंदूवादी आतंकवादी संगठन के हैं: मौलाना रजा
हिंदू संगठनों को आतंकवादी करार देते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा, "अगर छर्रे चले भी हैं, तो पुलिस के साथ जो आतंकवादी, हिंदूवादी संगठन गए थे, उनके छर्रे हैं। मुसलमानों के छर्रे हैं। ना मुसलमानों का पत्थर है ना तमंचा है और ना ही उनका छर्रा है।"
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 2 December 2024 at 20:14 IST