sb.scorecardresearch

Published 13:36 IST, October 18th 2021

लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ने ली कुलगाम में दो गैर कश्मीरियों की हत्या की जिम्मेदारी

कुलगाम में रविवार को हुई दो गैर स्थानीय नागरिकों की हत्या की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े आतंकी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ने ली है।

Reported by: Dalchand Kumar
Follow: Google News Icon
  • share
| Image: self

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के कुलगाम में रविवार को हुई दो गैर स्थानीय नागरिकों की हत्या की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े आतंकी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ने ली है। बता दें कि कुलगाम के लारन गंगिपोरा वानपोह में रविवार को आतंकवादियों (Terrorist) ने दो प्रवासी श्रमिकों की हत्या कर दी। आतंकियों ने प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) के घरों में घुसकर उन्हें गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई। आतंकी हमले में मारे गए प्रवासी मजदूरों की पहचान बिहार के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेंद्र ऋषिदेव के रूप में हुई। इस हमले में एक मजदूर घायल भी हो गया, जिसका इलाज चल रहा है।

यह भी पढ़ें: भारतीय-अमेरिकी लोगों ने कश्मीर में बढ़ते इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ किया प्रदर्शन

लश्कर से जुड़े आतंकी संगठन यूएलएफ ने रविवार को जारी बयान में एक झूठ फैलाते हुए दावा किया कि "हिंदुत्व चरमपंथियों" ने बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय के 200 से अधिक लोगों की हत्या कर दी थी। इसी के साथ जम्मू-कश्मीर के बाहर के लोगों को केंद्र शासित प्रदेश छोड़ने की चेतावनी देते हुए आतंकी संगठन ने गैर कश्मीरियों की हत्याओं को भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा की गई कार्रवाई का जवाब भी बताया।

उधर, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गैर कश्मीरियों की हत्या की निंदा की। उपराज्यपाल ने एक ट्वीट में लिखा, 'मैं कुलगाम में नागरिकों पर हुए घृणित आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। हमारे सुरक्षाबल उन्हें करारा जवाब देंगे। जम्मू-कश्मीर सरकार दुख की इस घड़ी में परिवारों के साथ खड़ी है।'

यह भी पढ़ें: किसी भी आतंकवादी को बख्शा नहीं जाएगा: रविंदर रैना

जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग

श्रीनगर के इकबाल पार्क में एक लोकप्रिय फार्मेसी के मालिक माखन लाल बिंदरू की हत्या के बाद पिछले कुछ हफ्तों में टारगेट किलिंग की घटनाओं ने जम्मू-कश्मीर को हिला दिया है। बीते दिनों में बिहार के भागलपुर के रहने वाले एक स्ट्रीट फूड वेंडर वीरेंद्र पासवान और एक टैक्सी ड्राइवर मोहम्मद शफी की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद 7 अक्टूबर को श्रीनगर के गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल सुपिन्दर कौर और शिक्षक दीपक चंद की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

शनिवार को श्रीनगर में वेंडर अरविद कुमार साह और पुलवामा में बढ़ई सगीर अहमद को भी आतंकवादियों ने निशाना बनाया. अक्टूबर की शुरुआत से जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी अलग-अलग हमलों में कुल मिलाकर 11 नागरिक मारे गए हैं। टीआरएफ, लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के कैडरों द्वारा जम्मू-कश्मीर और अन्य प्रमुख शहरों में आतंकवादी हमलों के सिलसिले में एनआईए पहले ही कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर छापेमारी कर चुकी है।

Updated 13:36 IST, October 18th 2021