अपडेटेड 16 January 2025 at 12:41 IST
'बधाई ISRO, आखिरकार कर दिखाया', सफल हो गई SpaDeX की डॉकिंग, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने टीम को दी बधाई
उपग्रहों की सफल डॉकिंग के साथ भारत, अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है।
- भारत
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SpaDeX Docking Update: ISRO ने अंतरिक्ष में फिर एक बार फिर इतिहास रच दिया है। गुरुवार (17 जनवरी) ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट’ (SpaDeX) के तहत उपग्रहों की ‘डॉकिंग’ सफलतापूर्वक की गई। ‘डॉकिंग’ के बाद एक वस्तु के रूप में दो उपग्रहों पर नियंत्रण स्थापित करने की प्रक्रिया भी सफल रही।
बता दें कि उपग्रहों की सफल डॉकिंग के साथ भारत, अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है। ISRO की इस सफलता पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी बधाई
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, "बधाई ISRO। आखिरकार कर दिखाया। SPADEX ने अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की है। डॉकिंग पूरी हो गई है और यह पूरी तरह स्वदेशी "भारतीय डॉकिंग सिस्टम" है। इससे भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रयान 4 और गगनयान सहित भविष्य के महत्वाकांक्षी मिशनों के सुचारू संचालन का मार्ग प्रशस्त होता है। प्रधानमंत्री नरेंद का निरंतर समर्थन उत्साह को बढ़ाता रहता है।"
ISRO ने फिर किया कमाल
इससे पहले ISRO ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत ने अंतरिक्ष इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है। सुप्रभात भारत, इसरो के स्पेडेक्स मिशन ने ‘डॉकिंग’ में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। इस क्षण का गवाह बनकर गर्व महसूस हो रहा है।’’ इसरो ने कहा, ‘‘डॉकिंग के बाद एक वस्तु के रूप में दो उपग्रहों पर नियंत्रण स्थापित करने की प्रक्रिया भी सफल रही। आने वाले दिनों में ‘अनडॉकिंग’ और ‘पावर ट्रांसफर’ का परीक्षण किया जाएगा।’’
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अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को जोड़ने की प्रक्रिया को ‘डॉकिंग’ कहते हैं। इसके बाद दोनों उपग्रहों के बीच चालक दल के सदस्यों, सामान और उपकरणों की आपूर्ति हो सकती है।
30 दिसंबर को शुरू हुआ था मिशन
इससे पहले 12 जनवरी को ISRO ने उपग्रहों को ‘डॉक’ करने के परीक्षण के तहत दो अंतरिक्ष यान को 3 मीटर की दूरी पर लाकर और फिर सुरक्षित दूरी पर वापस भेजा था। ISRO का स्पेडेक्स मिशन दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग कर अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ के लिए एक किफायती प्रौद्योगिकी मिशन है जिसे PSLV के जरिए लॉन्च किया गया था। वहीं, 30 दिसंबर 2024 को ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (स्पेडेक्स) मिशन को सफलतापूर्वक शुरू किया था।
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Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 16 January 2025 at 12:41 IST