अपडेटेड 8 July 2024 at 15:33 IST
ओडिशा में रथ यात्रा के दौरान दो लोगों की मौत, 130 से अधिक घायल
ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान दो अलग-अलग घटनाओं में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई है।
- भारत
- 2 min read

ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान दो अलग-अलग घटनाओं में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक घायल हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुरी में रथ यात्रा के दौरान रविवार को भगदड़ जैसी स्थिति में बोलांगीर जिले के एक निवासी की कथित तौर पर दम घुटने से मौत हो गई।
सेंट जॉन एंबुलेंस सेवा के अधिकारी सुशांत कुमार पटनायक ने कहा, ‘‘जब उसे एंबुलेंस में ले जाया गया तो उसकी नब्ज चल रही थी। हम उसे अस्पताल ले गए और उसे सीपीआर दिया लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’
सूत्रों के अनुसार भगवान बलभद्र का रथ खींचते समय ग्रैंड रोड पर श्रद्धालु बेहोश हो गया। उसे तुरंत पुरी जिला मुख्यालय के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना दुख प्रकट करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
रथ यात्रा के दौरान बेहोश हुए श्रद्धालु
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को घायल श्रद्धालुओं का बेहतर उपचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में रविवार को झारसुगुड़ा जिले में रथ यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु की कथित तौर पर रथ के पहिये के नीचे आने से मौत हो गई। यह हादसा जिले के कुकुजंघा गांव में हुआ। मृतक की पहचान श्याम सुंदर किशन (45) के रूप में हुई है।
Advertisement
रथ का पहिया चढ़ने से हादसा
रथ खींचते समय वह नीचे गिर गया और रथ का पहिया उसके ऊपर से गुजर गया। उसे तुरंत जिला मुख्यालय के अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।पुरी जिले के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रथ यात्रा के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों सहित 130 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
स्वास्थ्य सेवा निदेशक विजय महापात्रा ने बताया कि पुरी में 600 से अधिक लोग अस्पताल और चिकित्सा शिविरों में पहुंचे। हालांकि, करीब 130 लोगों को ही भर्ती किया गया है।उन्होंने कहा, ‘‘रथ यात्रा के दौरान अस्पताल में इस तरह लोगों का भर्ती होना सामान्य बात है। घायलों में से किसी की हालत बेहद गंभीर नहीं है।
Advertisement
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 8 July 2024 at 15:33 IST