अपडेटेड 16 July 2024 at 23:46 IST
त्रिपुरा: हिंसा प्रभावित गंडतविसा में सुधरी स्थिति, वहीं शॉर्ट सर्किट से दुकानें जलकर खाक
धलाई के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अविनाश राय ने कहा कि चार लोगों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
- भारत
- 2 min read

त्रिपुरा के धलाई जिले के हिंसा प्रभावित गंडतविसा में मंगलवार को स्थिति में सुधार हुआ और पिछले 24 घंटे में झड़प की कोई खबर नहीं आई। हालांकि स्थानीय बाजार में शॉर्ट सर्किट के कारण दो दुकानों में आग लगने से व्यापारियों में तनाव व्याप्त हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। धलाई के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अविनाश राय ने कहा कि चार लोगों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। यह आदेश 12 जुलाई को भीड़ द्वारा लगभग 300 ग्रामीणों के घरों में आग लगाए जाने के बाद से लागू है।
शॉर्ट सर्किट के कारण दुकानें जलकर खाक
उन्होंने कहा, “गंडतविसा की स्थिति में सुधार हुआ है और पिछले 24 घंटे में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। शॉर्ट सर्किट के कारण स्थानीय बाजार में दो दुकानें जलकर खाक हो गईं।” राय ने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां यथाशीघ्र सामान्य स्थिति लाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं।
मंत्री टिंकू रॉय के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने सोमवार को गंडतविसा इलाके का दौरा किया जहां उन्हें उन लोगों की नाराजगी का सामाना करना पड़ा जिनके घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। दो गुटों की झड़प में घायल 19 वर्षीय युवक की मौत के बाद 12 जुलाई को हिंसा भड़क गई थी।
कॉलेज छात्र परमेश्वर रियांग इस झड़प में गंभीर रूप से घायल हो गया था और बाद में 12 जुलाई को अगरतला के जीबीपी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि युवक की मौत के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
Advertisement
मंत्री की यात्रा के दौरान प्रभावित ग्रामीणों ने गंडतविसा के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) कार्यालय में कथित तौर पर तोड़फोड़ की और आरोप लगाया कि 12 जुलाई को जब भीड़ ने उनके घरों पर हमला किया, तब पुलिस और स्थानीय प्रशासन ‘निष्क्रिय’ रहा। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि एक नाराज युवक मंत्री से कह रहा है कि आगजनी के कारण क्षेत्र में 11 शादियों को रद्द करना पड़ा।
त्रिपुरा के समाज कल्याण मंत्री रॉय ने आक्रोशित ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सरकार सभी प्रभावित परिवारों को मुआवजा देगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी।
Advertisement
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 16 July 2024 at 23:46 IST