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Published 09:05 IST, October 4th 2024

Tirupati Laddu controversy: लड्डू विवाद पर SC में आज सुनवाई, CBI की एंट्री पर आ सकता है बड़ा फैसला

तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी मिलाए जाने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज, 4 अक्टूबर को अहम सुनवाई होगी।

Reported by: Rupam Kumari
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Hearing in Supreme Court on Tirupati Laddu Controversy
Hearing in Supreme Court on Tirupati Laddu Controversy | Image: ANI/PTI

तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी मिलाए जाने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज, 4 अक्टूबर को अहम सुनवाई होगी। इससे पहले मामले की सुनवाई गुरुवार को होनी थी मगर  सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत से आग्रह किया कि मामले को शुक्रवार सुबह 10:30 बजे सुना जा सकता है। पीठ ने अनुरोध को स्वीकार कर लिया। इसके बाद आज मामले पर कोर्ट में अहम सुनवाई होगी। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ मामले की सुनवाई करेगी।

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और तिरूमला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी समेत हिन्दू सेना के अध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव की ओर से याचिका दाखिल की गई है। याचिका में समिति का गठन कर न्यायिक जांच कराने या CBI जांच का निर्देश देने की मांग की गई है। सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका में आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के आरोपों की जांच की मांग की गई है। वहीं, सुब्बा रेडी ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत जज के अधीन स्वतंत्र जांच समिति (SIT)  बनाकर इन आरोपों की जांच कराए जाने की मांग की है। मामले पर 30 सितंबर को पहली सुनवाई हुई थी।

पिछली सुनवाई में कोर्ट ने क्या कहा था?

पिछले सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि कम से कम देवताओं को तो राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। साथ ही न्यायालय ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के इस सार्वजनिक बयान पर सवाल उठाया कि वाई एस जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के शासन के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने में कथित तौर पर पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया गया। शीर्ष अदालत ने कहा था कि प्रयोगशाला परीक्षण रिपोर्ट बिलकुल भी स्पष्ट नहीं है और प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि अस्वीकृत घी का परीक्षण किया गया था।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि यह आस्था का मामला है और अगर लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया है तो यह अस्वीकार्य है। न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति के. वी. विश्वनाथन की पीठ ने कहा था कि रिपोर्ट से साफ है कि यह वह घी नहीं है, जिसका इस्तेमाल किया गया है। जब तक आप आश्वस्त न हों, आप इसे लेकर जनता के बीच कैसे गए? अगर आपने खुद ही जांच के आदेश दे दिए हैं तो प्रेस में जाने की जरूरत कहां रह जाती है?’

क्या है तिरुपति लड्डू विवाद?

बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाए है कि सरकार ने विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया था। उनके इस बयान के बाद देशभर में बवाल है। नेताओं से लेकर आमलोगों तक की इस पर लगातार अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लागों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग उठने लगी है। अब देखना होगा कि क्या कोर्ट पूरे मामले की जांच CBI को सौंपती है या नहीं।

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Updated 09:05 IST, October 4th 2024