पब्लिश्ड 21:53 IST, October 15th 2021
जंगलों में सर्च ऑपरेशन हुआ खत्म: तमिलनाडु के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में जिन्दा पकड़ा गया टाइगर टी-23
तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में पिछले ढाई महीने में तीन लोगों और करीब 10 मवेशियों की हत्या करने वाले एक बाघ को 21 दिन के तलाशी अभियान के बाद पकड़ लिया गया है।
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तमिलनाडु के नीलगिरी जिले (Tamil Nadu's Nilgiris district) में पिछले ढाई महीने में तीन लोगों और करीब 10 मवेशियों की हत्या करने वाले एक बाघ को 21 दिन के तलाशी अभियान के बाद शुक्रवार को पकड़ लिया गया है। वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि कैमरा फुटेज में टी-23 को देर रात मायार, थेप्पक्कडु (Theppakkadu) और मुदुमलाई (Mudumalai) को कवर करते हुए क्षेत्र की ओर बढ़ते हुए दिखाया गया है।
बाघ को पकड़ने के कई असफल प्रयासों के बाद, टी23 को शुक्रवार की सुबह मासीनागुडी के पास देखा गया था और वन विभाग के अधिकारियों ने उस बाघ को शांत कर के कब्जा कर लिया हैं। वहीं T23 को बंदी बनाने में उन्हें लगभग 22 दिन का सफर तय करना पड़ा था।
मदुमलाई टाइगर रिजर्व के टाइगर T23 को पहले 5 दिन पहले वन विभाग ने देखा था, जो तीन हफ्ते तक उसका पीछा कर रहे थे। बाघ का शिकार करने का आदेश पहले तमिलनाडु के मुख्य वन्यजीव वार्डन शेखर कुमार नीरज ने 2 अक्टूबर को धारा 11 (1) (ए) के तहत पारित किया गया था। यह तब हुआ जब बाघ ने 4 लोगों को मार डाला था और वन विभाग को पकड़ने में असमर्थ था। जानकारी के अनुसार बाघ T23 को पकड़ने के लिए 75 से अधिक लोगों की कुल पांच टीम जमीन पर काम कर रही थीं। बाघ पर एक वर्ष के दौरान कई लोगों को मारने का संदेह था।
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अपडेटेड 21:53 IST, October 15th 2021