sb.scorecardresearch

पब्लिश्ड 18:18 IST, July 29th 2024

Tiger Day 2024: जानिए टाइगर दिवस का इतिहास, कांग्रेस नेता ने बताई 'प्रोजेक्ट टाइगर' कहानी

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'यह दिन एक अप्रैल, 1973 को कॉर्बेट नेशनल पार्क से लॉन्च किए गए प्रोजेक्ट टाइगर की बड़ी सफलता के कारण है।'

Reported by: Digital Desk
Follow: Google News Icon
  • share
International Tiger Day 2024
टाइगर डे 2024 | Image: Unsplash

देश में कई टाइगर सेंचुरी (Tiger Sanctuary) के गंभीर खतरे में होने का दावा करते हुये कांग्रेस (Congress) ने सोमवार को कहा कि प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Former PM Indira Gandhi) की वजह से ही अस्तित्व में आ सका। कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि कई टाइगर सेंचुरी आज गंभीर खतरे में है, जिनमें से कुछ जलवायु परिवर्तन (Climate Change) से जुड़ी अनिश्चितताओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग 'बुनियादी ढांचे के नाम पर गलत सोच वाली परियोजनाओं को आगे बढ़ाने' के दबाव में हैं। कांग्रेस महासचिव और पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि 29 जुलाई को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस रूप में मनाया जाता है, जिसकी शुरूआत 2010 में हुयी थी।

पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, 'यह दिन एक अप्रैल, 1973 को कॉर्बेट नेशनल पार्क से लॉन्च किए गए प्रोजेक्ट टाइगर की बड़ी सफलता के कारण है। प्रारंभ में परियोजना के तहत नौ बाघ अभयारण्यों की पहचान की गई थी, लेकिन आज 55 हैं।' रमेश ने कहा, 'प्रोजेक्ट टाइगर केवल एक महिला की वजह से वास्तविकता बन सका, जो एक भावुक प्रकृतिवादी थीं और जिनका मानना ​​था कि बाघों की रक्षा करके हम अपने समृद्ध वन पारिस्थितिकी तंत्र को भी संरक्षित और समृद्ध करेंगे। भारत और विदेशों में कई समर्पित संरक्षणवादियों ने सहयोग किया था, लेकिन उनके व्यक्तिगत नेतृत्व के बिना प्रोजेक्ट टाइगर हकीकत नहीं बन पाता।' कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के 55 बाघ अभ्यारण्यों में से कई आज गंभीर खतरे में हैं।

Since 2010, July 29th is celebrated as International Tiger Day across the world.

This Day owes much to the great success of Project Tiger, launched from Corbett National Park on April 1, 1973. Initially there were nine tiger reserves identified under the Project, but today there… pic.twitter.com/SatUdDNW1x

— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 29, 2024


जानिए Tiger Day का इतिहास

भारत में टाइगर डे का इतिहास महज 14 साल पुराना ही है जब साल 2010 से 29 जुलाई को टाइगर दिवस घोषित किया गया था। इतना ही नहीं इस दिन को दुनिया के कई देश अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day 2024) के रूप में भी मनाते हैं। इस दिवस का सबसे खास महत्व ये है कि हम इस दिन दुनिया भर में बाघों की घटती आबादी को लेकर उनके संरक्षण के लिए नए कदम उठाएं और दुनिया भर में इसकी जागरुकता फैलाने का काम करें। टाइगर भारत का राष्ट्रीय पशु है ये दुनिया भर में सबसे ज्यादा भारत में ही पाए जाते हैं। 29 जुलाई साल 2010 के दिन सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट (Saint Petersburg Tiger Summit) के दौरान टाइगर डे की शुरुआत हुई थी।


विलुप्त हो रहे टाइगर की प्रजाति को बचाने के लिए शुरू हुआ अभियान

बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है और ये विलुप्ति की कगार पर है। बाघों की विलुप्त होती प्रजाति को रोकने और उनकी रक्षा के लिए समर्पित राष्ट्रों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और संरक्षण समूहों के बीच जागरुकता फैलाने और उन्हें एक साथ लाने के उद्देश्य से ग्लोबल टाइगर इनिशिएटिव (GTI) ने सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट का आयोजन किया था। उसी सम्मेलन में 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का फैसला किया गया और तभी से हर साल आज के दिन को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के रूप में मनाया जाता है।

(इनपुट - भाषा)

यह भी पढ़ेंः BJP Meeting: चुनावी नुकसान के बाद बीजेपी के मुख्यमंत्रियों की पहली बैठक, PM ने सामने रखा बड़ा टास्क

अपडेटेड 18:22 IST, July 29th 2024