अपडेटेड 1 October 2024 at 00:12 IST
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने सोमवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव की अपनी सफलता दोहराएगी और राज्य का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस से ही होगा।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने विश्वास व्यक्त किया कि विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) 288-सदस्यीय विधानसभा में 180 से अधिक सीट जीतेगी और सरकार बनाएगी।
इस गठबंधन में कांग्रेस के अलावा, राकांपा (शरद पवार) एवं शिवसेना (यूबीटी) शामिल है।
चव्हाण ने घोषणा की, ‘‘कांग्रेस ने महाराष्ट्र में हाल के लोकसभा चुनावों में अधिकतम सीट जीती हैं और वह विधानसभा चुनावों में अपना प्रदर्शन दोहराएगी। महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी से होगा।’’
चव्हाण मुंबई से लगभग 275 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के सतारा में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
एमवीए ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट में से 30 पर जीत हासिल की। इनमें से कांग्रेस ने अकेले 13 सीट जीतीं और वह दोहरे अंक का आंकड़ा पार करने वाली एकमात्र पार्टी थी। कांग्रेस को 2019 के चुनाव में सिर्फ एक सीट मिली थी।
गठबंधन के नेताओं ने नवंबर में होने वाले चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने से परहेज किया है, हालांकि कांग्रेस के पदाधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनकी पार्टी अधिकतम सीट जीतेगी और शीर्ष पद हासिल करेगी।
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा रहा। लोकसभा चुनावों में एमवीए द्वारा जीती गई 65 प्रतिशत सीट के आधार पर, विपक्षी गठबंधन विधानसभा चुनावों में 183 या उससे अधिक सीट जीतेगा।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस विदर्भ क्षेत्र में अपनी पकड़ फिर से हासिल करेगी, जहां सत्तारूढ़ भाजपा पिछले कुछ वर्षों में एक प्रमुख राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस विदर्भ में जीत दर्ज करने जा रही है। आरक्षण का लाभ मांग रहे मराठवाड़ा क्षेत्र के दलित, मुस्लिम और मराठा लोगों ने लोकसभा चुनाव में (महायुति या भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के उम्मीदवारों को) हराया है।’’
दो सप्ताह पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा था कि उन्हें ‘‘100 प्रतिशत विश्वास’’ है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से होगा।
थोराट के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने जोर देकर कहा था कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन में ‘बड़े भाई’ की भूमिका निभाने से बचना चाहिए।
सितंबर की शुरुआत में राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है।
पवार ने कहा था कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार का फैसला इस आधार पर किया जाएगा कि गठबंधन में कौन सी पार्टी सबसे ज्यादा सीट जीतती है।
पब्लिश्ड 1 October 2024 at 00:12 IST