अपडेटेड 26 September 2024 at 08:14 IST
दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आज, केजरीवाल के इस्तीफे के बाद नई सरकार को घेरने की तैयारी में BJP
दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र 26 सितंबर से शुरू हो रहा है।यह पहली बार होगा जब बतौर मुख्यमंत्री आतिशी होंगी और केजरीवाल विधायक के तौर पर सदन में होंगे।
- भारत
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Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज, 26 सितंबर से शुरू हो रहा है। नई सरकार के गठन के बाद यह पहला सत्र होगा। इसके साथ ही यह पहली बार होगा जब बतौर मुख्यमंत्री आतिशी होंगी और अरविंद केजरीवाल सिर्फ विधायक के तौर पर सदन में मौजूद रहेंगे। नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री आतिशी सदन में सरकार की कार्ययोजना पेश करेंगी। वहीं, विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है।
दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र 26 और 27 सितंबर को होने वाला है। दो दिनों के सत्र पर बीजेपी की खास नजर है। यहां नई सरकार सदन पटल पर अपनी कार्ययोजना पेश करेगी तो विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है। उपराज्यपाल ने भी मुख्य सचिव और वित्त सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि सरकार की ओर से सीएजी की 11वीं रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी।
क्या आज आतिशी बैठेंगी अपनी कुर्सी पर?
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में ये भी गौर करने वाली बात होगी कि क्या नई सीएम आतिशी अपनी कुर्सी पर बैठतीं है या फिर वो सीट खाली रहेगी। दरअसल, सदन में मुख्यमंत्री की कुर्सी स्पीकर के आसन के ठीक सामने होती है तो वहीं नेता विपक्ष की कुर्सी सीएम की कुर्सी के 90 डिग्री पर होती है।
आतिशी ने केजरीवाल के लिए कहीं बड़ी बात
बता दें कि आतिशी मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल की जगह CM की कुर्सी पर नहीं बैठी थीं। आतिशी ने 23 सितंबर को मुख्यमंत्री का पदभार संभालते हुए कहा था कि मेरी वही स्थिति है जो भरत जी की थी। भरत की तरह अगले चार महीने के लिए सरकार चलाउंगी। ये कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है। ये इसी कमरे में रहेगी। फिर 4 महीने बाद अरविंद केजरीवाल चुनाव के बाद इस कुर्सी पर बैठेंगे।
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विपक्ष इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगी
दूसरी ओर बीजेपी नई सरकार को घेरने के लिए 14 मुद्दे तैयार कर रखी है। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा के सभी विधायक दिल्ली विधानसभा के सत्र में दिल्ली की 2 करोड़ जनता की समस्याओं पर सरकार से जवाब मांगेगे। मानसून की बारिश में लोगों की मौत, कैग की लंबित रिपोर्ट, राशन कार्ड्स, पीने के पानी की किल्लत,बुजुर्गों को पेंशन, सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण की समस्या समेत केंद्र सरकार की योजनाओं को दिल्ली में लागू नहीं करने समेत कई मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 26 September 2024 at 08:14 IST