अपडेटेड 7 July 2024 at 14:11 IST
रोज संसदीय प्रक्रियाओं का अपमान कौन करता है? विपक्ष तो नहीं करता- सिब्बल ने धनखड़ से कहा
वह एक राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र में चिदंबरम का साक्षात्कार पढ़कर दंग रह गए, जिसमें उन्होंने कहा है कि “नए कानून अंशकालिक लोगों ने तैयार किए हैं।”
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राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने नए आपराधिक कानूनों पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम की टिप्पणियों की उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा आलोचना किए जाने पर रविवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि रोज संसदीय प्रक्रियाओं का अपमान विपक्ष नहीं करता है। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने टिप्पणी की थी कि तीन नए आपराधिक कानून ‘‘अंशकालिक’’ लोगों ने तैयार किए। धनखड़ ने चिदंबरम पर निशाना साधते हुए इस बयान को ''अक्षम्य'' करार दिया था और इस '' आपत्तिजनक और मानहानिकारक'' कथन को वापस लेने का अनुरोध किया था।
सिब्बल ने रविवार को कहा
धनखड़ ने कहा था कि वह एक राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र में चिदंबरम का साक्षात्कार पढ़कर दंग रह गए, जिसमें उन्होंने कहा है कि “नए कानून अंशकालिक लोगों ने तैयार किए हैं।” सिब्बल ने रविवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘धनखड़ ने तीन आपराधिक कानून अंशकालिक लोगों द्वारा तैयार किए जाने के चिदंबरम के बयान की आलोचना करते हुए इसे ‘संसद की सूझ-बूझ का अपमान बताया जिसकी कोई माफी नहीं है।’ हम सभी अंशकालिक हैं धनखड़ जी।’’
विपक्ष के प्रमुख नेता व राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘और रोज संसदीय प्रक्रियाओं का अपमान कौन करता है? हम तो नहीं।’’ उपराष्ट्रपति ने शनिवार को यहां भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) के 12वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा था, “क्या संसद में हम अंशकालिक लोग हैं? यह संसद की सूझ-बूझ का अपमान है, जिसके लिए कोई माफी नहीं है...मेरे पास ऐसी सोच और किसी सांसद को अंशकालिक कहे जाने की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं इस मंच से उनसे (चिदंबरम) अपील करता हूं कि कृपया सांसदों के बारे में इस आपत्तिजनक, मानहानिकारक और निंदनीय टिप्पणी को वापस लें। मुझे आशा है कि वह ऐसा करेंगे।”
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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 7 July 2024 at 14:11 IST