अपडेटेड 25 June 2025 at 13:57 IST
भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने आज, 25 जून को नया इतिहास लिख दिया। वो SpaceX के Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हो गए। शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले भारतीय हैं। फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से Axiom-4 मिशन को लॉन्च किया गया। अंतरिक्ष में रवाना होने से पहले उन्हें अपनी पत्नी और परिवार के लिए एक भावुक नोट लिखा है, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हो गए हैं। यह हर एक भारतीय के साथ-साथ उनके परिवार के लिए भी गर्व और उत्साह वाला पल है। मगर एक पत्नी अपने पति को, एक मां अपने जिगर के टुकड़ों को दूसरी दुनिया में भेजने वक्त काफी इमोशनल हो गई। स्पेश में रवाना होने से कुछ घंटे पहले शुभांशु ने अपने Instagram से परिवार और पत्नी के लिए एक भावुक पोस्ट लिखा है। उन्हें पोस्ट में वाइफ की एक फोटो भी शेयर की है जो भावुक कर देनी वाली है।
शुभांशु शुक्ला ने इस पोस्ट के जरिए अपनी अंतरिक्ष यात्रा से पहले की भावनाओं को शब्दों में पिरोते हुए अपनी पत्नी के प्रति गहरा आभार जताया है। उन्होंने लिखा है- हम 25 जून की सुबह जल्दी ही इस ग्रह को छोड़ने की योजना बना रहे हैं, मैं इस मिशन में शामिल सभी लोगों को उनके समर्थन के लिए और साथ ही घर पर मौजूद सभी लोगों को उनके आशीर्वाद और प्यार के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।
शुभांशु ने आगे लिखा, इस यात्रा में मेरे आधार रहे परिवार और दोस्तों को बहुत-बहुत धन्यवाद। कभी-कभी आपके करीबी लोग ऐसे त्याग करते हैं, जिनके बारे में आप पूरी तरह से समझ भी नहीं पाते, लेकिन वे आपके प्रति अपने प्यार के कारण ऐसा करते हैं।
शुभांशु ने इस ऐतिहासिक और चुनौतीपूर्ण सफर पर निकलने से पहले जिस एक शख्स के स्पेशल स्पोर्ट की बात कही है, वो वह उनकी पत्नी हैं। उन्होंने कामना के अटूट समर्थन, धैर्य और प्रेरणा को इस मिशन की सफलता का आधार बताया। पत्नी @kamnashubha का विशेष आभार जताते हुए उन्होंने लिखा, My wonderful partner आपके बिना यह सब संभव नहीं था। उन्होंने पोस्ट के साथ जो तस्वीर शेयर की उसमें उनकी पत्नी शीशे के पार से उनके हाथ को टच कर विदाई देते हुए भावुक नजर आ रही हैं।
शुभांशु ने यह भी बताया कि कामना के भरोसे और हौसले ने ही उन्हें यह कठिन निर्णय लेने और अंतरिक्ष यात्रा की तैयारी करने का आत्मबल दिया। शुभांशु ने अपने भावुक नोट में लिखा, कोई भी व्यक्ति अकेले अंतरिक्ष की यात्रा नहीं करता। हम कई लोगों के कंधों पर बैठकर ऐसा करते हैं। मैं आप सभी का आभारी हूं। आपका धन्यवाद।
पब्लिश्ड 25 June 2025 at 13:49 IST