अपडेटेड 30 May 2025 at 10:06 IST
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब से कुछ ही दिनों में अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरने जा रहे हैं। वह NASA-Axiom 4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा करेंगे। लखनऊ के शुभांशु, राकेश शर्मा के बाद ऐसे दूसरे भारतीय होंगे जो मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन में शामिल होंगे। वह ISRO के गगनयान मिशन के लिए भी चयनित हैं। शुभांशु की यह उपलब्धि न सिर्फ लखनऊ बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने बताया, 'बेटा 2019 से इस मिशन की तैयारी में था। अब जब यह क्षण आ गया है तो गर्व से सीना चौड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के सहयोग के बिना यह संभव न होता।'
वहीं मां आशा शुक्ला ने कहा- यह उपलब्धि तो बेटे के लिए बहुत बड़ी है। वह पूरे देश से अकेला चुना गया है तो अच्छा लगता ही है। मां-बाप तो बच्चे की सफलता के लिए दुआ करते ही हैं। वह पिछले साल मार्च में घर आया था, तबसे मुलाकात नहीं हुई। बहू भी वहां पर है। बहू पूरी तरह समर्पित है और उसका सहयोग ही सबसे ज्यादा रहा है, जिस वजह से इतना बड़ा मुकाम हासिल कर पाया।
शुभांशु जन्म- 10 अक्टूबर 1985, लखनऊ में हुआ, जून 2006 में वायु सेना में भर्ती हुई वो फाइटर पायलट के रूप में भर्ती हुए। उनके पास उड़ान अनुभव- 2,000+ घंटे हैं Su-30, MiG-21, MiG-29 जैसे विमानों के साथ शुभांसु ने उड़ान भरी हुई है। शुभांशु 24 मई से क्वारंटीन में हैं और 8 जून को मिशन रवाना होगा। वह भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री होंगे जो NASA और ISRO के संयुक्त मिशन में भाग लेंगे। अपने अनुभव को तस्वीरों और वीडियो के जरिए देशवासियों से शेयर करेंगे।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा है कि वह माइक्रोग्रैविटी में काम करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। यह मिशन भारत की वैज्ञानिक शक्ति और वैश्विक साझेदारी का उदाहरण है।
पब्लिश्ड 30 May 2025 at 10:06 IST