अपडेटेड 21 January 2024 at 09:59 IST
'यूपी से पखावज-बांसुरी तो छत्तीसगढ़ से तंबूरा...' प्रभु के सम्मान में मंगल ध्वनि से गूंजेगी रामनगरी
Mangal Dhwani: श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाएगा।

Shri Ramlala Pran Pratishtha: श्री राम आ रहे हैं इसलिए मंगल ध्वनि के लिए तैयार हो जाइए। ऐसा आग्रह किया है श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने। सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट साझा की है। कार्यक्रम क्या होगा, कैसे अयोध्यावासियों के कानों में मधुर संगीत घुलेगा इसकी पूरी जानकारी दी है।
आयोजन वृहद होगा। जिसमें देश के कोने कोने से वाद्ययंत्रों को संजो कर प्रस्तुत किया जाएगा। 50 से ज्यादा इंस्ट्रूमेंट होंगे जिसको पूरे मनोयोग से बनाया गया है।
क्योंकि श्री राम आ रहे हैं…
रामलला के आगमन को लेकर तैयारी पूरी है। मंगल ध्वनि संग श्री राम का स्वागत होगा। ट्रस्ट ने अपने पोस्ट में इसका जिक्र किया है। लिखा है- भक्ति भाव से विभोर अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रातःकाल 10 बजे से 'मंगल ध्वनि' का भव्य वादन होगा। 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र, विभिन्न राज्यों से, लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे। अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य मंगल वादन के परिकल्पनाकार और संयोजक हैं, जिसमें केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली ने सहयोग किया है।
किन वाद्ययंत्रों से गुंजायमान होगी अवधपुरी
उत्तर प्रदेश से पखावज, बांसुरी और ढोलक, उड़ीसा से मर्दल, कर्नाटक का वीणा, मणिपुर का पुंग तो छत्तीसगढ़ का तंबूरा होगा। मंगल ध्विन कार्यक्रम में उत्तराखंड का हुड़का, झारखंड का सितार तो गुजरात का संतार होगा। इन सभी के समवेत स्वर मिल कर राम का जयगान करेंगे। जैसा कि ट्र्स्ट ने दावा किया है केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी दिल्ली भी इस बड़े कार्यक्रम में सहयोग करेगा।
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22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी 2024 को श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। देश विदेश से अवधपुरी मेहमान पहुंचेंगे। नीयत समय पर सनातन परम्परानुसार आयोजन होगा। प्रधानमंत्री मोदी भी 22 को पहुंचेंगे। पहले चर्चा थी कि वो 21 को अयोध्या धाम पहुंचेंगे। इससे पहले शनिवार को 8 बजे अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गईं। 23 जनवरी तक सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा में बुलाए गए मेहमानों को ही पास दिखाकर एंट्री दी जाएगी। पीएम मोदी 22 जनवरी को ही अयोध्या आएंगे। वे यहां चार घंटे रुकेंगे।
कार्यक्रम दशकों तक याद रखा जाएगा। जैसा कि ट्रस्ट ने लिखा भी है- यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है, जो प्रभु श्री राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करता है।
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Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 21 January 2024 at 09:39 IST