अपडेटेड 15 February 2024 at 15:09 IST

संदेशखाली पहुंची NCSC टीम, अध्यक्ष अरुण हलदर बोले- लोगों की नहीं सुन रही राज्य सरकार

NCSC अध्यक्ष अरुण हलदर के नेतृत्व में दल ने इलाके के निवासियों से बात की। यहां मुख्य रूप से अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा समुदाय के लोग रहते हैं।

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संदेशखाली में NCSC | Image: ANI

NCSC Sandeshkhali Visit: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनएससीएस) के एक दल ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के हिंसाग्रस्त संदेशखाली का बृहस्पतिवार को दौरा किया। मीडिया से रूबरू हो कहा कि स्थानीय लोगों की बात नहीं सुनी जा रही है।  

उन्होंने कहा- ”मुझे संदेशखाली के बारे में रिपोर्ट मिली है। बहुत से लोग बहुत कुछ कहना चाहते थे लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। आयोग के सदस्य और मैं यहां उनकी बातों को सुनने आए हैं। मैं उनकी बात सुनूंगा और सरकार को रिपोर्ट दूंगा। यह एक संवैधानिक संस्था है, राजनीतिक संस्था नहीं…कल सुबह 11 बजे राष्ट्रपति को रिपोर्ट भेजूंगा।”

आयोग के अध्यक्ष अरुण हलदर के नेतृत्व में दल ने इलाके के निवासियों से बात की जहां मुख्य रूप से अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा समुदाय के लोग रहते हैं।

संदेशखाली में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं द्वारा स्थानीय लोगों के साथ किए जा रहे कथित अत्याचारों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच, पुलिस ने नेताओं को संदेशखाली जाने से रोकने के लिए इलाके तक आने वाली सड़कों पर अवरोधक लगाए हैं। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने घोषणा की है कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य विधायकों के साथ संदेशखाली जाएंगे।

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एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम भाजपा नेताओं से वहां न जाने का अनुरोध कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि वे लौट आएंगे।’’ पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा के विधायकों ने संदेशखाली मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान देने की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को सदन से 'वॉक आउट' किया। बुधवार को लगातार सातवें दिन संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग की।

शाहजहां और उनके सहयोगियों के खिलाफ जमीन पर जबरन कब्जा करने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने जैसे आरोप हैं। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी। इस दौरान भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। वह पिछले महीने से फरार हैं।

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(PTI की इस खबर में सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है)

Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 15 February 2024 at 15:09 IST