अपडेटेड 3 December 2024 at 15:19 IST

संभल हिंसा को रामगोपाल यादव ने उपचुनाव से जोड़कर कर दिया नया बखेड़ा, कहा- उस बात से ध्यान भटकाने...

राज्यसभा में सपा सांसद राम गोपाल यादव ने संभल हिंसा पर बोलते हुए कहा कि यह सब एक तरह से उपचुनाव में हुई धांधली से ध्यान हटाने के लिए हुआ।

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SP MP Ram Gopal Yadav
सपा सांसद राम गोपाल यादव | Image: X

संसद के शीतकालीन सत्र में मंगलवार को संभल हिंसा के मुद्दे पर चर्चा हुई। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने जमकर बवाल काटा। समाजवादी पार्टी की ओर से इस मुद्दे को उठाया। राज्यसभा में सपा सांसद राम गोपाल यादव ने संभल हिंसा का मुद्दा उठाया। उन्होंन सदन में भी कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने इस हालिया संपन्न हुए यूपी उपचुनाव परिणाम से भी जोड़ दिया।

राज्यसभा में सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा 24 नवंबर को सुबह 6 बजे पूरे संभल में पुलिस तैनात कर दी गई। संभल के लोगों को पता ही नहीं था कि पुलिस क्यों तैनात की जा रही है। कुछ देर बाद DM, SSP, वकील और कुछ लोग पुलिस के साथ ढोल बजाते हुए मस्जिद में घुस गए। भीड़ को शक था कि वे मस्जिद में तोड़फोड़ करने जा रहे हैं। SDM ने पानी की टंकी खोली और जब पानी बाहर निकलने लगा तो लोगों को शक हुआ कि उसमें कुछ गड़बड़ है और फिर वहां अशांति फैल गई।

राज्यसभा में क्या बोले रामगोपाल यादव?

राम गोपाल यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गोलियां चलाईं, 5 लोग मारे गए, 20 लोग घायल हुए, सैकड़ों लोगों पर केस दर्ज किए गए और कई लोग जेल में हैं, जो पकड़े गए उन्हें बुरी तरह पीटा गया। मेरा और कई अन्य लोगों का मानना ​​है कि उत्तर प्रदेश में पहले जो चुनाव हुए थे, उसमें पड़ोसी जिलों की पुलिस ने किसी को वोट नहीं डालने दिया और जबरन चुनाव अपने कब्जे में ले लिया। यह सब एक तरह से उस बात से ध्यान हटाने के लिए हुआ।"  

 सर्वे के जरिए अशांति पैदा करने की साजिश-रामगोपाल यादव

इससे पहले सदन के बाहर भी राम गोपाल यादव ने सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा, सर्वे के जरिए पूरे देश में अशांति पैदा करने की साजिश की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट को इसके खिलाफ नोटिस जारी करना चाहिए और इस तरह के सर्वे का आदेश देने वाले न्यायाधीशों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

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वहीं, लोकसभा में सपा के मुखिया ने संभल हिंसा पर बोलते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन एक तरफा कार्यवाही कर रहे हैं। वहां पर पुलिस का निरंकुश शासन चल रहा है। ये लड़ाई दिल्ली और लखनऊ के बीच की है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि संभल में हुई हिंसा में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। पुलिस प्रशासन ने बेगुनाह लोगों को गोलियां मारी हैं। संभल हिंसा पर हत्या का केस चलना चाहिए।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 3 December 2024 at 15:19 IST