पब्लिश्ड 17:18 IST, January 9th 2025
योगी सरकार का बड़ा फैसला, 1978 संभल दंगों की फिर से खुलेगी फाइल; 1 हफ्ते में जांच रिपोर्ट; 184 लोगों की हुई थी मौत
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 1978 में संभल में हुए दंगों की फिर से जांच कराने की तैयारी कर ली है। इन दंगों में 184 लोगों की मौत हुई थी।
Sambhal Riots: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 1978 में संभल में हुए दंगों की फिर से जांच कराने की तैयारी कर ली है। इन दंगों में 184 लोगों की मौत हुई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) में 1978 में हुए दंगों को जिक्र विधानसभा में अपने भाषण के दौरान किया था, सीएम योगी के भाषण के बाद ही संभल दंगों की फाइल की रीओपनिंग की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूबे की योगी सरकार का मानना है कि संभल दंगों की जांच में हिंदुओं के साथ काफी भेदभाव किया गया था, जिसके देखते हुए सरकार ने दंगों की फाइल को दोबारा खोलने के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए गृह विभाग की ओर से संभल जिलाधिकारी और एसपी ऑफिस को पत्र भी लिखे गए है और एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट तबल की गई है।
दंगों में गई थी 184 लोगों की जान
साल 1978 में संभल में हुए ये दंगे कई दिनों तक चले थे। इस दौरान हालात बेकाबू हो गए और पुलिस को कर्फ्यू भी लगाना पड़ा। कई दिनों तक संभल दंगों की आग में जलता रहा। चारों ओर सड़कों पर लोगों की लाशें बिछी थीं। दंगों के बाद दहशत में हिंदुओं ने पलायन करना शुरू कर दिया। संभल दंगों को लेकर करीब 169 केस दर्ज हुए थे। संभल दंगों में मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा केवल 24 बताया जाता है, लेकिन स्थानीय लोग बताते हैं कि इससे कई ज्यादा लोगों की मौत हुई थीं। CM योगी ने यूपी विधानसभा कहा था कि उस समय 184 लोगों की मौत हुई थी।
अपडेटेड 17:21 IST, January 9th 2025