Updated April 16th, 2024 at 14:32 IST
मुंबई का किंग कौन, दाऊद की 'गद्दी' पर वार; सलमान खान के घर फायरिंग कर क्या चाहता है लॉरेंस बिश्नोई?
लॉरेंस ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के गैंगस्टरों से गठजोड़ कर इन राज्यों में अपना वर्चस्व बना ही लिया है।
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Salman Khan House Firing: सलमान खान के घर के बाहर 5 सेकेंड में 5 फायरिंग किए जाने का मामला चर्चा में है। हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई (lawrence bishnoi ) के गैंग ने ली है। लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई ने फेसबुक पोस्ट कर बताया कि ये हमला गैंगस्टर के इशारे पर हुआ है। हिंदी में लिखे गए पोस्ट में गोलीबारी को एक "घटना" और "ट्रेलर" बताया गया। इसमें लिखा गया था, “हमने आपको केवल एक ट्रेलर दिखाया है ताकि आप हमारी ताकत की भयावहता को समझें और इसका टेस्ट ना लें। यह पहली और आखिरी वॉर्निंग है।
इसी पोस्ट में सबसे आखिरी में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का नाम भी लिखा है। दाऊद का नाम लिखे होने के चलते पुलिस भी सकते में है। हर कोई जानना चाह रहा है कि इसमें दाऊद कनेक्शन क्या है? तो आइए हम आपको बताते हैं हमले और दाऊद का नाम लिखे होने की वजह क्या है।
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फिल्म इंडस्ट्रीज में दाउद का बर्चस्व खत्म, अब लॉरेंस बिश्नोई है डॉन
स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मुंबई फिल्म इंडस्ट्रीज में अंडर वर्ल्ड डान दाउद इब्राहिम, छोटा राजन व अबू सलेम का आतंक पूरी तरह खत्म हो जाने पर लॉरेंस, सलमान खान को डराकर फिल्म इंडस्ट्रीज (Bollywood) में डी कंपनी की जगह लेना चाह रहा है, ताकि वहां से मोटी रकम की उगाही की जा सके।
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मुंबई में एंट्री के लिए सलमान के घर फायरिंग
पिछले दो दशक से फिल्म इंडस्ट्री से उगाही का धंधा बंद है। लॉरेंस ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के गैंगस्टरों से गठजोड़ कर इन राज्यों में अपना वर्चस्व बना ही लिया है। मुंबई में घुसने के मकसद से उसने सलमान के घर के बाहर गोलियां चलवाईं, ताकि फिल्म इंडस्ट्रीज को डराकर वहां रंगदारी रैकेट चला सके। जिम्मेदारी लेते हुए फेसबुक पोस्ट में दाऊद का नाम लिख ये बताने की कोशिश है कि मुंबई में अब दाऊद की कोई हैसियत नहीं है। लॉरेंस गिरोह मुंबई को रंगदारी रैकेट के एक बड़े बाजार के तौर पर देख रहा है। कुछ साल पहले एनआईए ने एक मामले में दायर आरोप पत्र में कहा भी था कि दाउद की तरह लॉरेंस तेजी से अपना सिंडिकेट फैला रहा है।
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मुंबई पर था दाऊद का कब्जा, वसूली से बना लिया अरबों
महाराष्ट्र के रत्नागिर में जन्मे दाऊद इब्राहिम का नाम 1980 के दशक में मुंबई अपराध जगत में बहुत तेजी से उभरा था। कहा जाता था कि दाऊद इब्राहिम की पहुंच फिल्म जगत से लेकर सट्टे और शेयर बाजार तक पहुंच गई थी। दाऊद बचपन से ही शाही जिंदगी जीना चाहता था जिसके लिए वह चोरी, डकैती और उसके बाद फिर तस्करी करने लगा था।
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उसकी हरकतें देखकर पिता ने पहले उसे समझाया लेकिन जब उसने जुर्म का रास्ता नहीं छोड़ा तो पिता ने दाऊद को घर से निकाल दिया था, जिसके बाद वह करीम लाला के गैंग में शामिल हो गया था। साल 1980, उस वक्त मुंबई में करीम लाला और हाजी मस्तान के गैंग का राज था, लेकिन दाऊद ने इन दोनों गैंगस्टर्स को पीछे छोड़ दिया और जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया।
उसने डर और दहशत से अरबों का कारोबार खड़ा कर दिया। दाऊद का कारोबार भारत-पाकिस्तान ही नहीं दुनियाभर के देशों में फैला था। एक जमाने में मुंबई में हफ्ता मांगने वाले, चोरी करने वाले दाऊद ने काले धंधे के दम पर अरबों की दौलत जुटा ली थी। कोई ऐसा काला कारोबार नहीं थी, जहां दाऊद का पैसा न लगा हो। उसने भारत में उगाही से लेकर आतंकवाद हर तरह के अपराधों को अंजाम दिया। दाऊद की डी कंपनी बड़े पैमाने पर एक्सटॉर्शन में शामिल थी। भारत छोड़कर फरार होने के बाद भी वह अपने गुर्गों के जरिए टारगेट किलिंग करवाता था और उगाही करता था। इतना ही नहीं दाऊद ने अफीम और ड्रग तस्करी का बड़ा नेटवर्क खड़ा किया था। कहा जाता था कि वह पाकिस्तान की इंटेलिजेंस कंपनी के साथ मिलकर काम करता था।
सलमान की जान का दुश्मन क्यों लॉरेंस बिश्नोई
गैंगस्टर लॉरेंस, बिश्नोई समाज से है। वे लोग जानवरों को खासतौर पर हिरण को भगवान समान मानते हैं। वो काले हिरण की पूजा करते हैं। ऐसे में जब सलमान खान का नाम काला हिरण शिकार केस में आया था, तो लॉरेंस ने सलमान को मारने की धमकी दी थी और तभी से लॉरेंस बुरी तरह सलमान खान की जान का दुश्मन बना हुआ है।
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Published April 16th, 2024 at 14:12 IST
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