अपडेटेड 11 November 2025 at 22:04 IST

Delhi Blast: प्लानिंग के साथ या छापेमारी के डर से घबराहट में कर दिया ब्लास्ट... अबतक की जांच में क्या-क्या मिले क्लू?

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में लाल किले के पास हुआ विस्फोट सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उन्हें पकड़ने के लिए की गई छापेमारी के कारण फैली घबराहट और हताशा का कारण था। बम पूरी तरह विकसित नहीं था, इसलिए इसका प्रभाव सीमित रहा।

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red fort delhi blast bomb was not fully developed and exploded prematurely due to panic
बेहद खतरनाक थे हमलावरों के मनसूबे | Image: ANI

Delhi Blast News : दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हाल ही में हुए विस्फोट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। ब्लास्ट केस में जांच कर रही एजेंसियों का एक्शन तेज हो गया है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से 42 चीजें जांच के लिए इकट्ठा की हैं। धमाके के संदिग्ध डॉ. उमर के परिवार के DNA सैंपल लिए गए हैं।

जांच एजेंसियों के शुरुआती निष्कर्ष सामने आ रहे हैं, जो इस घटना को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताते हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से जानकारी देते हुए बताया कि यह विस्फोट संदिग्ध की घबराहट और हताशा का नतीजा था, जिसकी वजह से एक भयानक हमला टल गया। यह विस्फोट सुरक्षा एजेंसियों की लगातार छापेमारियों से पैदा हुई दबाव की देन था।

दिल्ली-एनसीआर और जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में की गई संयुक्त कार्रवाइयों के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किए गए थे। इन छापों ने संदिग्ध मॉड्यूल को बेनकाब कर दिया, जिससे संदिग्ध ने जल्दबाजी में कदम उठाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने ANI को बताया कि यह पूर्व नियोजित था या आकस्मिक, यह अभी जांच का विषय है, लेकिन एक बात साफ है कि बम समय से पहले फट गया था, जिसकी वजह से यह पूरी तरह विकसित नहीं हो सका। नतीजा ये रहा कि विस्फोट का प्रभाव बेहद सीमित रहा, घटनास्थल पर कोई गड्ढा भी नहीं बना।

आत्मघाती हमले का 'अधूरा' प्लान

संदिग्ध ने आत्मघाती कार बम विस्फोट का प्रयास किया था, लेकिन सामान्य तरीके का पालन नहीं किया। आमतौर पर ऐसे हमलों में संदिग्ध वाहन को टारगेट से टकराते हैं या जानबूझकर टक्कर मारते हैं, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ। सूत्रों का कहना है कि बढ़ते दबाव में संदिग्ध ने हड़बड़ी में बम को सक्रिय कर दिया, जो समय से पहले ही फट गया।

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फरीदाबाद से विस्फोटक बरामद

दिल्ली के इस धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई और करीब 20 लोग घायल हैं। इससे पहले 9 और 10 नवंबर को हरियाणा के फरीदाबाद में की गई छापेमारी के दौरान 2900 किलोग्राम विस्फोटक, डेटोनेटर, टाइमर और बम बनाने की अन्य सामग्री बरामद की गई थी। यह विस्फोट सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उन्हें पकड़ने के लिए की गई छापेमारी के कारण फैली घबराहट और हताशा के कारण हुआ। मंगलवार को भी फरीदाबाद के सेक्टर 56 में एक अभियान चलाकर लगभग 50 से 60 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 11 November 2025 at 21:57 IST