अपडेटेड 2 March 2024 at 09:13 IST

भारत में क्‍यों फेमस हो रहा रविंदर सिंह गुरुजी का नाम, डिजिटल वर्ल्‍ड से है गहरा नाता

आज दुनिया डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रही है। उसी डिजिटल दुनिया में एक नाम जो बहुत तेजी से उभर रहा है।

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Ravinder Singh
Ravinder Singh | Image: Instagram

आज दुनिया डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रही है। उसी डिजिटल दुनिया में एक नाम जो बहुत तेजी से उभर रहा है।  आज रविंदर सिंह गुरुजी मार्केटिंग की दुनिया का एक जाना पहचाना नाम बन चुके हैं। डिजिटल मार्केटिंग में 12 साल का अनुभव रखने वाले  रविंदर सिंह गुरुजी का डिजिटल यात्रा का आरंभ तब हुआ जब वे मात्र 12 वर्ष के थे और स्कूल में पढ़ाई करते थे। उस समय, जब अधिकांश बच्चे स्कूल की किताबों और खेलों में व्यस्त रहते थे, रविंदर सिंह अपना समय डिजिटल मार्केटिंग के नए-नए पहलुओं को सीखने में लगाते थे।

दिन-रात, वे ऑनलाइन दुनिया में नए अवसर तलाशते और सीखते कि कैसे इंटरनेट के माध्यम से और आय अर्जित की जा सकती है। रविंदर सिंह  के लिए, उनकी पढ़ाई से ज़्यादा महत्वपूर्ण थी डिजिटल मार्केटिंग के नए-नए ज्ञान को अर्जित करना। जब इंटरनेट और डिजिटल विज्ञापन की दुनिया अभी नवीन नवेली थी, रविंदर सिंह ने इस क्षेत्र में गहरी रुचि लेते हुए अपना ज्ञान विस्तारित किया और अनेक सोर्सेज से सीखा। आज, वह एक प्रतिष्ठित डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट हैं और फाइनेंस ज्ञान के क्षेत्र में भी कुशल हैं। रविंदर सिंह आज कई लोगों के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं। उनके काम ने बहुत सारे लोगों को जागरूक किया है कि वो अपने जीवन में कुछ बेहतरीन कर सकते हैं।


रविंदर सिंह ज्ञान गुरूजी  का मानना है कि जीवन में डिग्री से कहीं अधिक महत्व रखता है ज्ञान, क्योंकि व्यक्ति अपने ज्ञान के बल पर ही जीवन में सफलता प्राप्त करता है। जब रविंदर सिंह मात्र 12 वर्ष के थे, उनके पास न तो कंप्यूटर था और न ही स्मार्टफोन। उन्होंने अपने माता-पिता से ज़िद करके एक स्मार्टफोन लिया और उसी के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग की दुनिया में कदम रखा। वह दिन रात यही सोचते थे कि कैसे ऑनलाइन विज्ञापनों के ज़रिए आय अर्जित की जाए। राहुल ने डिजिटल मार्केटिंग में गहरी शोध की और अपने ज्ञान को भरपूर बढ़ाया।

आज, जब 2024 में दुनिया तेज़ी से डिजिटल बन रही है और ऑनलाइन विज्ञापन इंडस्ट्री तेज़ी से उभर रही है, रविंदर सिंह का सपना है कि भारत का हर युवा डिजिटल बने। वे चाहते हैं कि हर युवा डिजिटल ज्ञान मिले  और अपने पैरों पर खड़े होकर भारत की समृद्धि में योगदान दें और अपना जीवन और मुल्वान बनायें।
रविंदर सिंह को , ‘ रविंदर सिंह ज्ञान  गुरुजी ' क्यों कहा जाता है ?

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इसका उत्तर यह है कि उन्होंने 12 वर्ष की उम्र से ही डिजिटल मार्केटिंग में ज्ञान अर्जित करना शुरू किया था और आज वे इस क्षेत्र के एक एक्सपर्ट हैं। उन्होंने अपने ज्ञान को अनेक लोगों तक पहुंचाया है, जिसमें फाइनेंस का ज्ञान भी शामिल है। एक बार, एक शिष्य ने उनके ज्ञान को देखते हुए उन्हें 'गुरुजी' कहा, और फिर धीरे-धीरे सभी उन्हें 'ज्ञान गुरुजी' कहने लगे। इस तरह से उनका नाम 'रविंदर सिंह ज्ञान गुरूजी' पड़ गया।

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रविंदर सिंह ज्ञान गुरूजी, एक डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट होने के साथ-साथ, समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय हैं। वे कई एनजीओ के साथ जुड़कर, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है, उनकी मदद करते हैं। इतने सफल होने के बाद भी, राहुल एक बहुत ही विनम्र व्यक्ति हैं और उनमें किसी प्रकार का अहंकार नहीं है।
रविंदर सिंह , एक प्रतिभाशाली और महत्वपूर्ण युवा जो अपने अद्भुत ज्ञान, अनूठी सोच और अत्यंत कठिन परिश्रम के बल पर डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में एक उदाहरण स्थापित कर चुके हैं। उनका जीवन यह प्रेरणा देती है कि सच्चे ज्ञान और निरंतर सीखने की लगन किसी भी व्यक्ति को उसकी मंज़िल तक ले जा सकती है, और यही सिद्धांत उनके जीवन का आधार स्तंभ बना रहा है।

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 2 March 2024 at 09:13 IST