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Published 18:04 IST, October 10th 2024

Ratan Tata Last Rites: भारत के अनमोल रतन को अलविदा, वर्ली श्मशान घाट पर पंचतत्व में विलीन रतन टाटा

Ratan Tata Last Rites: बिजनेस टाइकून रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

Reported by: Kanak Kumari Jha
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पंचतत्व में विलीन हुए रतन टाटा।
पंचतत्व में विलीन हुए रतन टाटा। | Image: AP

Ratan Tata Last Rites: बिजनेस टाइकून रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे तमाम दिग्गज वर्ली श्मशान घाट पर मौजूद रहे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

गरीबों के मसीहा और जानवरों के लिए हमदर्दी रखने वाले रतन टाटा को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा जनसैलाब उमड़ पड़ा। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 9 अक्टूबर की देर रात को उनका निधन हो गया। रतन टाटा के जाने से देशभर में शोक की लहर है। बता दें, वैसे तो रतन टाटा पारसी थे, लेकिन उनका अंतिम संस्कार पारसी रीति रिवाजों से नहीं किया गया। 

टाटा के निधन से टूटा साये की तरह साथ रहने वाला शांतनु नायडू

राजनीति से लेकर खेल जगत तक की बड़ी हस्तियां भारत के 'अनमोल रत्न' को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। रतन टाटा के सबसे करीबी दोस्त और उनके साथ साये की तरह रहने वाले शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) ने भावुक पोस्ट लिखा है। रतन टाटा के भरोसेमंद सहायक, शांतनु नायडू ने गुरुवार को सुबह साझा की गई एक पोस्ट में राष्ट्रीय आइकन के निधन पर शोक व्यक्त किया। रतन टाटा के ऑफिस के 30 साल के महाप्रबंधक शांतनु नायडू ने लिखा, ''इस दोस्ती ने अब मुझमें जो खालीपन छोड़ दिया है, उसे भरने में मैं अपनी बाकी जिंदगी बिता दूंगा। दुःख प्यार के लिए चुकाई जाने वाली कीमत है। अलविदा, मेरे प्रिय लाइटहाउस।''

रतन टाटा और शांतनु की दोस्ती

रतन टाटा के साथ शांतनु नायडू की दोस्ती जानवरों के प्रति उनके साझा प्रेम के कारण परवान चढ़ी। दोनों की मुलाकात 2014 में हुई थी, जब नायडू ने रात में आवारा कुत्तों को कारों की चपेट में आने से बचाने के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर विकसित किया था। शांतनु के इस कदम से प्रभावित होकर टाटा संस के पूर्व चेयरमैन ने नायडू को अपने लिए काम करने के लिए आमंत्रित किया।

बता दें कि पिछले 10 सालों में, शांतनु नायडू रतन टाटा के करीबी और भरोसेमंद दोस्त बन गए, जिन्होंने कभी शादी नहीं की और उनके कोई बच्चे नहीं थे। अपने अंतिम कुछ सालों के दौरान, रतन टाटा अक्सर अपनी सार्वजनिक उपस्थिति में नायडू के साथ होते थे।

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Updated 18:27 IST, October 10th 2024