अपडेटेड 13 March 2025 at 23:35 IST

रामभद्राचार्य ने कृष्ण जन्मस्थान पर मंदिर बनने के बाद ही बांकेबिहारी के दर्शन का संकल्प व्यक्त किया

चित्रकूट स्थित तुलसी पीठाधीश्वर संत रामभद्राचार्य महाराज ने संकल्प व्यक्त किया कि जब तक मथुरा में शाही ईदगाह को हटाकर मूल गर्भगृह पर भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर नहीं बन जाता तब तक वह ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन नहीं करेंगे।

Follow : Google News Icon  
Swami Rambhadracharya
Swami Rambhadracharya | Image: Narendra Modi - YT screengrab

चित्रकूट स्थित तुलसी पीठाधीश्वर संत रामभद्राचार्य महाराज ने संकल्प व्यक्त किया कि जब तक मथुरा में शाही ईदगाह को हटाकर मूल गर्भगृह पर भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर नहीं बन जाता तब तक वह ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन नहीं करेंगे।

यह जानकारी उनसे मिलने पहुंचे श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने एक बयान में दी है।

सिंह ने कहा कि रामभद्राचार्य ने उन्हें यह भी भरोसा दिलाया है कि वह राम जन्मभूमि-बाबरी ढांचा विवाद मामले में दी गई गवाही के समान ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद में भी न्यायालय में उपस्थित होकर अपनी गवाही देने उच्च न्यायालय अवश्य पहुंचेंगे।

उन्होंने बताया कि रामभद्राचार्य ने कहा कि मथुरा में जब तक भगवान श्रीकृष्ण के मूल गर्भगृह को मुक्त कराकर वहां भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता तब तक वह ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन नहीं करेंगे।

Advertisement

चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य इन दोनों वृन्दावन स्थित सुखधाम आश्रम में रामकथा वाचन कर रहे हैं। वहीं, बरसाना के संत पंडित बाबा, अक्षयपात्र के संत अनंतवीर दास और रामकथा आयोजक पीपापीठाधीश्वर बलराम बाबा की उपस्थिति में बुधवार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने उनसे मुलाकात की और श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर चर्चा भी की।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने इस मुलाकात की जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी रामभद्राचार्य ने राम मंदिर के मुकदमे में अदालत में गवाही दी थी जिसमें उन्होंने वेद पुराणों का हवाला देते हुए राम मंदिर से संबंधित तमाम जानकारियों का खुलासा किया था।

Advertisement

सिंह ने बताया कि कृष्ण जन्मस्थान पर मंदिर बनाने के लिए देश-विदेश में आंदोलन भी चलाया जा रहा है और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से देशभर में धर्म जागरण का कार्य भी किया जा रहा है।

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 13 March 2025 at 23:35 IST