अपडेटेड 8 August 2024 at 12:18 IST
'मैं हिम्मत नहीं कर पा रहा यहां बैठने की'...कहकर कुर्सी से उठे जगदीप धनखड़, विपक्ष के व्यवहार से आहत
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के व्यवहार की निंदा की- 'आप चेयर पर चिल्ला रहे हैं। मैं इस व्यवहार की निंदा करता हूं।
- भारत
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Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar: राज्यसभा में विपक्ष के व्यवहार से आहत होकर सभापति जगदीप धनखड़ सदन की कार्यवाही के दौरान ही कुर्सी से उठकर चले गए। विपक्ष से टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कथित तौर पर चेयरमैन पर चिलाए हुए आपत्तिजनक व्यवहार किया। इससे सभापति जगदीप धनखड़ बेहद दुखी हुए। उन्होंने कहा कि आज मुझे इस चेयर पर बैठते हुए बहुत दुख हो रहा है और मैं हिम्मत नहीं कर पा रहा हूं यहां बैठने की दुखी मन से...। इतना कहते हुए चेयरमैन चेयर छोड़ सदन से बाहर चले गए।
सदन के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में मुद्दा उठाने की कोशिश की। उन्हें बीच में ही रोककर सभापति ने कहा कि इस पर कल हम बात चुके हैं। पूरा देश इस वक्त दुख में हैं लेकिन इस पर राजनीति नहीं करना है। ये उस खिलाड़ी का अपमान होगा। इसी दौरान टीएमसी सांसद ने कथित तौर पर सभापति को लेकर आपत्तिजनक व्यवहार किया, जिससे जगदीप धनखड़ गुस्सा हो गए। सभापति ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के व्यवहार की निंदा की- 'आप चेयर पर चिल्ला रहे हैं। मैं इस व्यवहार की निंदा करता हूं। क्या कोई इस तरह के आचरण को बर्दाश्त कर सकता है?'
मैं खुद को यहां बैठने में सक्षम नहीं पा रहा हूं- धनखड़
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘हाल के दिनों में मैं जो देख रहा हूं और जिस तरीके से शब्दों से चुनौती, पत्रों और अखबारों के माध्यम से कितनी गलत टिप्पणी की है, मैंने देखा है। ये मुझे चुनौती नहीं दी जा रही है, ये सभापति को दी जा रही है। ये चुनौती इसलिए दी जा रही है, जो व्यक्ति इस पद पर बैठा है, वो इसके लायक नहीं है, ऐसा ये सोचते हैं। मुझे हाउस का समर्थन जितना चाहिए उतना नहीं मिला है। अब मेरे पास एक ही विकल्प है। सदन में बहुत वरिष्ठ सदस्य उपस्थित हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं। उन्होंने राजनीति मुझे ज्यादा देखी है। मैं शपथ से दूर नहीं भग रहा हूं, लेकिन आज जो देखा है, जिस तरीके से व्यवहार सदस्य (डेरेक ओ ब्रायन) ने शारीरिक रूप से किया है, मैं कुछ समय के लिए अपने आप को यहां बैठने में सक्षम नहीं पा रहा हूं।’
जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस पवित्र सदन को अराजकता का केंद्र बनाना, भारतीय प्रजातंत्र के ऊपर कुठाराघात करना, अध्यक्ष की गरिमा को धूमिल करना, शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण वातावरण करना, ये अमर्यादित आचरण नहीं है, ये हर सीमा को लांघने वाला आचरण है। ये सदन इस समय देश की रूलिंग पार्टी के अध्यक्ष को यहां सदन के नेता के रूप में देख रहा है। ये सदन इस समय प्रतिपक्ष दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष की उपस्थिति को भी देख रही है, नेता प्रतिपक्ष के रूप में।
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जेपी नड्डा ने विपक्ष के व्यवहार की निंदा की
जेपी नड्डा ने कहा कि जिस तरीके से अभी विपक्ष ने व्यवहार किया, जिसने आपको भी तकलीफ पहुंचाई और संविधानिक दृष्टि से संसदीय मर्यादाओं का जो उल्लंघन हुआ है, वो निंदनीय है। प्रजातंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन प्रजातंत्र एक व्यवस्था में चलता है। जब व्यवस्थाएं अपनी मर्यादाएं लांघ जाती हैं तो प्रजातंत्र पर बहुत बड़ा आघात होता है। मैं कहता हूं कि कांग्रेस और टीएमसी का जिस तरीके से चेयर को लेकर व्यवहार रहा है, वो निंदनीय है। जो लोग लंबे समय से संसदीय प्रणाली में काम करते रहे हैं, उनके लिए ये एक आत्मचिंतन का सवाल है।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 8 August 2024 at 12:18 IST