अपडेटेड 11 February 2024 at 12:43 IST

Rajasthan News: राजस्थान पुलिस अलग अंदाज में लोगों के साथ मना रही है Valentine Day Week

Rajasthan News: अगर ‘रोज डे’ पर लड़कियों को कोई जबरन गुलाब देता है तो पुलिस उसे सबक सिखाने के लिए तैयार है।

Follow : Google News Icon  
Rajasthan Police
राजस्थान पुलिस | Image: File/PTI

Rajasthan Police Valentine Day Week: वैलेंटाइन वीक को प्यार से जोड़ने के बजाय पुलिस ने लोगों को हेल्पलाइन नंबर के बारे में जागरूक किया है। सोशल मीडिया मंच पर संदेशों की एक श्रृंखला में बताया गया है कि चाहे महिलाएं हों या बच्चे, साइबर अपराध के पीड़ित हों या भ्रष्टाचार के शिकार, वे हेल्पलाइन नंबर से तत्काल मदद प्राप्त कर सकते हैं।

8 पोस्ट की इस श्रृंखला को ‘वैलेंटाइन विद हेल्पलाइन’ नाम दिया गया है।

हेल्पलाइन नंबर 1090 जारी

सात फरवरी को ‘रोज डे’ के मौके पर शुरू किए गए इस अभियान के पहले दिन शायराना अंदाज में उपद्रवियों को चेतावनी दी गई है। इसमें कहा गया है कि अगर ‘रोज डे’ पर लड़कियों को कोई जबरन गुलाब देता है तो पुलिस उसे सबक सिखाने के लिए तैयार है। अगर कोई ऐसा करता है तो हेल्पलाइन नंबर 1090 पर शिकायत की जा सकती है।

इसे दिलचस्प तरीके से समझाते हुए पुलिस ने हिंदी में लिखा है, ‘‘उसे जबरन गुलाब-ए-गुल दे दिया, उसने हेल्पलाइन 1090 पर फोन किया और हमने सबक सिखा दिया।”

Advertisement

यह भी पढ़ें: कीलें, कटीले तार, बैरिकेडिंग... किसानों को रोकने के लिए बना 'चक्रव्यूह'!

पुलिस ने दी साइबर हेल्पलाइन की जानकारी

इसी तरह दूसरी पोस्ट में साइबर हेल्पलाइन के बारे में जानकारी देते हुए सावधानी बरतने को कहा गया है। इसमें साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 का जिक्र करते हुए एक कविता लिखी गई है कि, ‘‘उसने किया प्रपोज और पासवर्ड-ओटीपी ले लिया। पल भर में वफ़ा के नाम पर बैंक का खाता खाली कर दिया।”

Advertisement

जागरूकता हेल्पलाइन नंबर में 1090 (महिला हेल्पलाइन), 1064 (भ्रष्टाचार के लिए हेल्पलाइन), 1098 (बाल सहायता), 1930 (साइबर अपराध हेल्पलाइन), 18001801253 (वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन) शामिल हैं।

राजस्थान पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आमजन के लिए सेवाओं को और विकसित करते हुए डिजिटल माध्यमों से नागरिकों और पुलिस के बीच एक मजबूत सेतु बनाने का विनम्र प्रयास। इस डिजिटल माध्यम से कानून व्यवस्था से संबंधित आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान।’’

पुलिस विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह लोगों को जोड़ने का एक रचनात्मक तरीका है और इस तरह की पहल से जागरूकता बढ़ी है।

इन पोस्ट को एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम सहित विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर साझा किया गया है।

(PTI की इस खबर में सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया गया है)

Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 11 February 2024 at 12:12 IST