अपडेटेड 17 July 2024 at 12:00 IST

जल जीवन मिशन घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबी पर ED का एक्शन, संजय बड़ाया को किया अरेस्ट

राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाला मामले में पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबी के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ है। ED ने संजय बड़ाया को गिरफ्तार किया।

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BREAKING: ED Raids Dozen Locations Across Rajasthan In Illegal Mining Case
BREAKING: ED Raids Dozen Locations Across Rajasthan In Illegal Mining Case | Image: Representative

राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाला मामले में पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबी के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ है। ED ने संजय बड़ाया को गिरफ्तार किया। बता दें, संजय बड़ाया के ऊपर घोटाला के मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाने का आरोप है। ED के जयपुर कार्यालय में उनसे पूछताछ की जा रही है। इस मामले में ED ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि कथित बिचौलिए संजय बड़ाया से मंगलवार को यहां एजेंसी कार्यालय में पूछताछ की गई थी जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें, केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन (JJM) का उद्देश्य नल के माध्यम से स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल घरों में उपलब्ध कराना है और राजस्थान में इसे राज्य के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी (PHE) विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। इस मामले में ये अबतक की चौथी गिरफ्तारी है।

मामले को दबाने के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश

केंद्रीय एजेंसी इससे पहले तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी के मालिक महेश मित्तल, श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी के मालिक पदमचंद जैन और एक अन्य व्यक्ति पीयूष जैन शामिल हैं। एजेंसी की जांच में पाया गया कि पदमचंद जैन, महेश मित्तल, पीयूष जैन और अन्य लोग पीएचईडी से विभिन्न निविदाएं हासिल करने, बिल की स्वीकृति से लेकर ठेका मिलने के बाद किए गए काम को छिपाने के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने में शामिल थे।

एजेंसी ने दावा किया कि संदिग्ध अपने ठेकों/अनुबंधों में उपयोग करने के लिए हरियाणा से ‘चोरी’ का सामान खरीदने में भी शामिल थे और उन्होंने पीएचईडी के अनुबंध प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इरकॉन के ‘फर्जी’ कार्य समापन पत्र भी जमा किए थे। ईडी का धनशोधन मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी पर आधारित है जिसमें पदमचंद जैन, महेश मित्तल, पीयूष जैन और अन्य पर आरोप लगाए गए हैं। जांच के सिलसिले में ईडी ने पीएचई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, राजस्थान के पूर्व मंत्री महेश जोशी और पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के आवासीय और आधिकारिक परिसर की तलाशी ली थी। इस मामले में अब तक 11.03 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 17 July 2024 at 08:40 IST