अपडेटेड 18 October 2023 at 11:54 IST

राजा भैया तलाक केस: घूंघट में बहू... तो परिवार बचाने छड़ी पकड़ बुजुर्ग ससुर उदय प्रताप कुछ यूं पहुंचे कोर्ट

Raja Bhaiya -भानवी सिंह के बीच तलाक का केस दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में चल रहा है।

Follow : Google News Icon  
PC: udaypratapsingh/bhanvisingh/instagram
PC: udaypratapsingh/bhanvisingh/instagram | Image: self

Raja Bhaiya Bhanvi Singh Divorce: 17 अक्टूबर को कोर्ट में बहू भानवी सिंह के साथ भदरी रियासत के राजा उदय प्रताप सिंह भी पहुंचे। विधायक बेटे रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ बहू के हक में गवाही देने। पति पत्नी के बीच तलाक का केस चल रहा है। 

खबर में आगे पढ़ें-

  • छड़ी लेकर आगे बढ़े ससुर पीछे-पीछे बहू
  • कोर्ट में भानवी और राजा भैया के वकील ने दी क्या दलील?
  • मीडिया ट्रायल नहीं चाहतीं भानवी सिंह, क्यों?

बंद अदालत में सुनवाई की अपील

भानवी सिंह और राजा भैया सालों बाद अलग होना चाहते हैं (Raja Bhaiya Bhanvi Singh Divorce)। कोर्ट में केस चल रहा है। साकेत कोर्ट में 17 अक्टूबर को सुनवाई हुई। कोर्ट में राजा भैया की ब्याहता अपना पक्ष रखने पहुंचीं। उनके साथ पिता समान ससुर उदय प्रताप सिंह थे। हाथों में छड़ी लेकर पहुंचे। इनके पीछे पीछे ही भानवी थीं। सिर और चेहरा घूंघट से ढका हुआ। कोर्ट में जवाब दाखिल करते हुए भानवी के वकील ने एक गुजारिश की। कहा कि चूंकि ये परिवार का मामला है इसलिए सुनवाई कैमरे के सामने हो जिससे मीडिया ट्रायल से बचा जा सके। इस मामले में भानवी ने कोर्ट में 10 लाख रुपये प्रति माह गुज़ारा भत्ता दिए जाने की अर्जी लगाई है।

Advertisement

 3 नवंबर को अगली सुनवाई 

साकेत कोर्ट स्थित फैमिली कोर्ट की जज सुनाली गुप्ता के सामने सुनवाई हुई। इस दौरान राजा उदय प्रताप सिंह की गवाही नहीं ली गई क्योंकि राजा भैया के वकील ने आपत्ति जताई थी। राजा भैया के वकील ने राजा उदय प्रताप सिंह की गवाही दर्ज करवाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा वे बाद में गवाही करवा सकते है। अदालत ने दोनों मामलों में उन्हें जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए 3 नवंबर की तारीख तय की है। 

क्या है मामला?

कुंडा विधायक और भानवी सिंह चार बच्चों के माता पिता हैं। 1995 में दोनों की शादी हुई थी लेकिन अब अलग होना चाहते हैं।  राजा भैया ने 2022 में दिल्‍ली की साकेत कोर्ट में तलाक की अर्जी लगाई थी तो वहीं भानवी तलाक नहीं चाहतीं। मध्यस्थता के साथ मेंटेनेंस की डिमांड है। यही वजह कि ससुर उदय प्रताप सिंह भी मामले में बहू का साथ देने छड़ी लेकर पहुंच गए। उधर राजा भैया का कहना है कि उनकी पत्नी की वजह से भाइयों में दुराव आ गया है और ये उनके लिए मानसिक और भावनात्मक क्रूरता के बराबर है। 

Advertisement


रिश्तों में दरार की वजह

भानवी सिंह का भी ताल्लुक एक राजघराने से है। साल 1995 में उनकी राजा भैया से शादी हुई थी।  दोनों के 4 बच्चे भी हैं। दो बेटियां और जुड़वे बेटे। कहा जाता है कि दोनों के रिश्ते में दरार राजा भैया के मौसेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह की वजह से आई। अक्षय प्रताप सिंह पर भावनी कुमार सिंह ने गंभीर आरोप लगाए। भावनी ने कहा था कि अक्षय उनकी कंपनी में गलत इरादे से काम कर रहे हैं, वो कंपनी के चल-अचल संपत्ति पर अपना हक जमाकर उसे बेचना चाहते हैं। भानवी ने अक्षय के खिलाफ दिल्ली की अपराध शाखा में केस भी दर्ज करवाया। भानवी श्री दा प्रॉपर्टीज की मालकिन हैं, जबकि अक्षय प्रताप सिंह एमएलसी हैं। भानवी ने कहा था अक्षय ने उनके फेक हस्ताक्षर  कर उनके शेयर हड़प लिए हैं।

ये भी पढ़ें-  राजा भैया और Bhanvi Singh के तलाक मामले में सुनवाई टली, नाजुक मोड़ पर है रिश्ता

Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 18 October 2023 at 11:51 IST