अपडेटेड 19 October 2022 at 08:13 IST

एनआईए की आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ के खिलाफ 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी, दो लोग गिरफ्तार

एनआईए ने आतंकवादियों, गैंगस्टर और मादक पदार्थ तस्करों के बीच गठजोड़ के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी की।

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राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मंगलवार को आतंकवादियों, गैंगस्टर और मादक पदार्थ तस्करों के बीच गठजोड़ के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की तथा एक वकील समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया।

एजेंसी ने राजस्थान के चूरू में संपत नेहरा के परिसरों की तलाशी ली। हरियाणा के झज्जर के कुख्यात गैंगस्टर-अपराधी नरेश सेठी; हरियाणा के नारनौल के सुरेंद्र उर्फ ​​चीकू; दिल्ली में बवाना के नवीन उर्फ ​​बाली; बाहरी दिल्ली में ताजपुर के अमित उर्फ ​​दबंग; गुरुग्राम के अमित डागर; उत्तर-पूर्वी दिल्ली के संदीप उर्फ ​​बंदर और सलीम उर्फ ​​पिस्टल तथा उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में खुर्जा के कुर्बान और रिजवान तथा उनके सहयोगियों के परिसरों की तलाशी ली गई।

एनआईए ने बताया कि छापेमारी के दौरान दिल्ली निवासी वकील आसिफ खान और हरियाणा के राजेश उर्फ ‘राजू मोटा’ को गिरफ्तार किया गया।

एजेंसी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर इलाके के गौतम विहार में रहने वाले वकील आसिफ खान के घर से गोला-बारूद के साथ पांच पिस्तौल/रिवॉल्वर जब्त कीं।

एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वह हरियाणा और दिल्ली के विभिन्न गैंगस्टर से जुड़ा रहा है। अर्ध-निर्मित हालत में कुछ हथियार भी बरामद किए गए हैं। उपरोक्त के अलावा, दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, अपराध की आय के माध्यम से बनाई गई बेनामी संपत्ति के बारे में विवरण, नकदी, सोने की छड़ और सोने के आभूषण-खुर्जा, बुलंदशहर से धमकी भरे पत्र आदि भी एनआईए ने जब्त किए हैं।’’

उन्होंने कहा कि राजेश की आपराधिक पृष्ठभूमि है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वह सोनीपत और आसपास के इलाकों में अपने साथियों के साथ अवैध शराब माफिया का नेटवर्क चला रहा था। वह संदीप उर्फ काला जठेडी का साथी है, जो हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर है।’’

एनआईए ने कहा कि राजेश ने अवैध तरीके से कमाया पैसा बड़ी मात्रा में शराब के कारोबार में लगा रखा है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पंजाब के बठिंडा में वकील गुरप्रीत सिंह सिद्धू, कबड्डी प्रमोटर जग्गा जंडियन और कथित गैंगस्टर जमान सिंह के आवासों पर छापेमारी की गई।

सिद्धू ने कहा कि एनआईए की एक टीम ने उनके आवास की तलाशी ली, जबकि कबड्डी प्रमोटर जंडियन ने दावा किया कि एजेंसी की टीम उसका मोबाइल फोन ले गई।

एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा, “छापेमारी का उद्देश्य भारत और विदेश में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टर और मादक पदार्थ तस्करों के बीच उभरते गठजोड़ को खत्म तथा बाधित करना है।”

उन्होंने कहा कि भारत और विदेश में स्थित कुछ ‘बेहद हताश’ गिरोह के सरगनाओं और उनके सहयोगियों, जो इस तरह की आतंकी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, की पहचान की गई तथा इस साल अगस्त में एनआईए द्वारा दर्ज दो मामलों में उन्हें नामजद किया गया।

छापेमारी के दौरान अवैध शराब आपूर्ति में शामिल इन गैंगस्टर के कुछ साथियों को भी लक्षित किया गया, जिनमें हरियाणा के सोनीपत के बसोदी गांव का राजेश उर्फ ​​राजू मोटा भी शामिल है।

अधिकारियों ने कहा कि ऐसे आतंकी तंत्रों के साथ-साथ उनके वित्तपोषण और बुनियादी ढांचा समर्थन को खत्म करने के लिए जांच जारी रहेगी।

उन्होंने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये गिरोह लक्षित हत्याओं को अंजाम दे रहे थे और मादक पदार्थों तथा हथियारों की तस्करी के जरिे ऐसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन भी जुटा रहे थे।”

एक अधिकारी ने कहा कि छापेमारी ‘हालिया सनसनीखेज अपराधों और आपराधिक सिंडिकेट तथा गैंगस्टर द्वारा व्यवसायियों और डॉक्टरों सहित पेशेवरों से रंगदारी मांगे जाने के बाद की गई।

उन्होंने कहा, “ये गिरोह बड़े पैमाने पर जनता के बीच आतंक पैदा करने के लिए इन अपराधों को प्रचारित करने के वास्ते साइबर स्पेस का उपयोग कर रहे थे।”

उन्होंने कहा कि एनआईए की जांच में यह भी पाया गया कि इस तरह के आपराधिक कृत्य अलग-अलग स्थानीय घटनाएं नहीं हैं, बल्कि आतंकवादियों, गैंगस्टर और नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों और नेटवर्क के बीच की गहरी साजिश का हिस्सा हैं, जो देश के भीतर और बाहर दोनों जगह से काम कर रहे हैं।

अधिकारी ने कहा, “कई गिरोहों के सरगना और सदस्य भारत से भाग गए थे और अब पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों से काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, “एनआईए द्वारा चल रही जांच जैसे कि पंजाब में शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह की हत्या- में यह भी पता चला है कि इनमें से अधिकांश साजिश विभिन्न राज्यों की जेलों के अंदर से रची जाती रही हैं और विदेश में स्थित गुर्गों के एक संगठित नेटवर्क द्वारा अंजाम दी जाती रही हैं।”

मंगलवार को अपनी छापेमारी के तहत, एनआईए ने गुरुग्राम बार एसोसिएशन के सदस्य वकील अविनाश यादव के आवास की भी तलाशी ली। बार एसोसिएशन ने एनआईए की कार्रवाई की निंदा की है।

Published By : Press Trust of India (भाषा)

पब्लिश्ड 19 October 2022 at 08:13 IST