अपडेटेड 28 February 2024 at 11:52 IST
लंदन में राहुल गांधी, हिमाचल में आया सियासी भूचाल... तो कांग्रेस आलाकमान कैसे बचाएगा सुक्खू सरकार?
Himachal Pradesh News : राज्यसभा चुनाव में जिस तरह 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है, उससे सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर खतरा मंडरा रहा है।
- भारत
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Congress Crisis: कांग्रेस के दिग्गज नेता और और भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी अभी लंदन दौरे पर गए हैं। राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा को कुछ दिन के लिए रोक दिया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के अंदर की टूट कतई नहीं रुक रही है। अभी कांग्रेस पार्टी के अंदर भूचाल हिमाचल प्रदेश में आया है। हिमाचल में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर खतरा मंडरा रहा है।
राज्यसभा के चुनाव में पिछले दिन हिमाचल प्रदेश के अंदर कांग्रेस पार्टी की बुरी हार हुई। सत्ताधारी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस हिमाचल में अपने उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को जीत ना दिला सकी। इसकी वजह कांग्रेस के अंदर की रार है। करीब 9 विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने पाला बदल लिया और राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर दी। इनमें 3 निर्दलीय तो 6 कांग्रेस विधायक बताए जाते हैं।
कैसे हिमाचल में राज्यसभा चुनाव हारी कांग्रेस?
68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक और उसे 3 निर्दलीय सदस्यों का समर्थन था। बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं। फिलहाल हिमाचल में राज्यसभा की एकमात्र सीट पर चुनाव हुआ, जिसके लिए 35 विधायकों के वोट चाहिए थे। हालांकि चुनाव के लिए कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीयों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन को वोट दे दिया। इससे हर्ष महाजन और अभिषेक मनु सिंघवी को मिले वोटों की संख्या 34-34 की बराबरी पर आ गई। बाद में महाजन को 'ड्रॉ' के जरिए विजेता घोषित कर दिया गया।
लंदन क्यों गए हैं राहुल गांधी?
अब राज्यसभा चुनाव की ये रार हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है। इधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी 1 मार्च तक देश से बाहर रहेंगे। राहुल गांधी ने लंदन जाने के लिए 26 फरवरी से 1 मार्च तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा से 5 दिन का ब्रेक लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पिछले दिन बताया, '27-28 फरवरी को राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (यूनाइटेड किंगडम) जाएंगे, वह वहां दो लैक्चर देंगे।' राहुल पिछले कुछ समय से विदेशी यूनिवर्सिटीज में नियमित विजिटर्स और वक्ता रहे हैं।
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सुक्खू सरकार पर क्यों आया संकट?
सवाल ये है कि कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश में आए बड़े संकट से अब कैसे उबरेगी? क्योंकि राज्यसभा चुनाव में जिस तरह 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है, उससे संकट सरकार पर भी आया है। इसे ऐसे समझिए कि कांग्रेस के 40 विधायकों में से 6 विधायक अलग कर दिए जाएं तो विधानसभा में पार्टी की संख्या 34 रह जाएगी, जबकि हिमाचल विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा पार करने के लिए 35 विधायक चाहिए।
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सबसे अहम ये कि क्रॉस वोटिंग के बाद ये विधायक शिमला से निकल लिए और हरियाणा पहुंच गए। माना जाता है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक बीजेपी से संपर्क कर सकते हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी भी गेम कर सकती है। राज्य में विपक्षी दल बीजेपी आंकड़ों को देखते हुए शक्ति परीक्षण का मांग कर सकती है। अगर शक्ति परीक्षण हुआ तो अभी 34 विधायकों के हिसाब से कांग्रेस सरकार गिर सकती है।
कांग्रेस कैसे बचाएगी सुक्खू सरकार?
इतना खेल होने के बाद कांग्रेस अभी एक्शन में आई है। अंसतुष्ट विधायकों को मनाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सक्रिय हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है, जो विधायकों से बातचीत करेंगे। अंसतुष्ट विधायकों को कांग्रेस मनाने में सफल हुई तो सरकार से खतरा टल सकता है।
इसके अलावा अगर कांग्रेस इन विधायकों पर एक्शन लेती है, उस स्थिति में भी पार्टी जीत सकती है। इसे ऐसे समझिए कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर एक्शन हुआ, जिसमें इनकी सदस्यता चली गई या इस्तीफा देना पड़ा, उस स्थिति में विधानसभा में 62 विधायक रह जाएंगे। इस हिसाब से बहुमत का आंकड़ा 32 हो जाएगा, जबकि कांग्रेस के पास संख्या 34 रहेगी। मतलब कांग्रेस शक्ति परीक्षण जीत सकती है। हालांकि इसमें भी कांग्रेस को बाकी विधायकों को एकजुट बनाए रखना भी जरूरी होगा, क्योंकि और टूट होने से सरकार का गिरना तय हो जाएगा।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 28 February 2024 at 09:41 IST