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Published 17:37 IST, October 11th 2024

लोकसभा समेत 18 चुनाव हुए और 14 में हार... राहुल की भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस की मिट्टी पलीद

Rahul Gandhi: कांग्रेस के गिरते ग्राफ का आकलन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से करें तो लोकसभा समेत 18 चुनावों में से 14 चुनाव कांग्रेस हारी है।

Reported by: Dalchand Kumar
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Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस कई चुनाव हारी। | Image: Facebook/File

Rahul Gandhi : राहुल गांधी ने सितंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी ताकि कांग्रेस की डूबती नैया को सहारा मिल सके। मगर बीते 2 बरस में हालात ठीक उलट दिखे हैं। जब से भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी ने की तब से कांग्रेस ने कई चुनाव हारे हैं और मात्र 2 या 3 चुनाव बैसाखियों के साथ जीते हैं। इसी आधार पर हरियाणा की हार को इसमें शामिल कर लिया जाए तो कांग्रेस का ग्राफ और भी बिगड़ जाता है। साल दर साल ज्यादातर चुनावों में कांग्रेस पार्टी की मिट्टी पलीद होती रही है और इसी में हरियाणा की ताजा हार ने कांग्रेस के घावों पर नमक रगड़ने का और काम कर दिया।

मौजूदा स्थिति ये है कि 2024 का साल बीतने के करीब तक आते आते कांग्रेस पार्टी देश के महज 3 राज्यों तक सीमित रह चुकी है। इसमें राहुल गांधी की नाकामी कितनी है, ये कांग्रेस के लिए शोध का विषय है, लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा कि जब से कांग्रेस राहुल गांधी को फ्रंट पर रखकर चल रही है, पार्टी की हार का हिसाब-किताब बढ़ता गया है। फिलहाल यहां कांग्रेस के गिरते ग्राफ का आकलन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से ही कर लें तो लोकसभा समेत 18 चुनावों में से 14 चुनाव कांग्रेस हारी है।

सितंबर 2022 के बाद से राहुल ने दो बार यात्राएं निकाली

राहुल गांधी ने 2 बरसों में अलग-अलग दो यात्राएं कीं, जिसमें पहली भारत जोड़ो यात्रा थी। 7 सितंबर 2022 से शुरू होकर ये यात्रा 30 जनवरी 2023 तक 136 दिन चली। भारत के दक्षिणी सिरे पर कन्याकुमारी से जम्मू कश्मीर के श्रीनगर तक राहुल गांधी ने हजारों किमीमीटर का सफर तय किया। इसी का दूसरा पार्ट, जिसे भारत जोड़ो न्याय यात्रा कहा गया, वो 14 जनवरी 2024 से शुरू हुई और 20 मार्च 2024 को मुंबई में समाप्त हुई। राहुल की इन दो यात्राओं से कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के दौरान संजीवनी जरूर मिली, लेकिन उसके बाद के पहले ही चुनाव में हरियाणा से कांग्रेस हार गई। ऐसे ही सितंबर 2022 के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस की हार और जीत का आंकड़ा बताते हैं...

लोकसभा समेत 18 चुनाव और 14 में कांग्रेस की हार

  • हिमाचल प्रदेश (चुनाव- 12 नवंबर 2022): बीजेपी को हराकर यहां कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की।
  • गुजरात (चुनाव, 1 दिसंबर- 5 दिसंबर 2022): यहां कांग्रेस को बुरी तरह मात मिली। बीजेपी ने 156 सीटें जीतकर सरकार बनाई।
  • मेघालय (चुनाव- 27 फरवरी 2023): कांग्रेस को यहां सत्ता दूर रहना पड़ा। बीजेपी-एनपीपी गठबंधन की सरकार राज्य में बनी।
  • त्रिपुरा (चुनाव- 16 फरवरी 2023): कांग्रेस सिर्फ 3 सीटें जीत पाई। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सत्ता पर काबिज हुई।
  • नागालैंड ( चुनाव- 27 फरवरी 2023): यहां कांग्रेस को बड़ी हार मिली। बीजेपी और एनडीपीपी ने यहां गठबंधन की सरकार बनाई।
  • कर्नाटक (चुनाव- 10 मई 2023): कांग्रेस ने यहां जीत हासिल करते हुए सरकार बनाई।
  • मिजोरम (चुनाव- 7 नवंबर 2023): यहां कांग्रेस एक सीट पर सिमट गई। जेडपीएम ने बहुमत हासिल करके सरकार बनाई।
  • छत्तीसगढ़ (चुनाव- 7 और 17 नवंबर 2023): कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ा। बीजेपी की राज्य में वापसी हुई।
  • मध्य प्रदेश (चुनाव- 17 नवंबर 2023): बीजेपी ने कांग्रेस को जबरदस्त शिकस्त दी और राज्य में 163 सीटें जीत सरकार बनाई।
  • राजस्थान (चुनाव- 25 नवंबर 2023): कांग्रेस की सत्ता को जनता ने उखाड़कर फेंक दिया। बीजेपी को बहुमत मिला।
  • तेलंगाना (चुनाव- 30 नवंबर 2023): दक्षिण भारत के इस राज्य में कांग्रेस को जीत मिली। रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में कांग्रेस ने यहां सरकार बनाई।
  • अरुणाचल प्रदेश (चुनाव- 19 अप्रैल 2024): कांग्रेस पार्टी महज एक सीट पर सिमटकर रही गई। बीजेपी ने यहां सरकार बनाई है।
  • सिक्किम (चुनाव- 19 अप्रैल 2024): राज्य में एसकेएम की सरकार बनी। कांग्रेस पार्टी यहां अपना खाता भी नहीं खोल पाई।
  • आंध्र प्रदेश (चुनाव- 13 मई 2024): यहां कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली। चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में एनडीए ने 164 सीटें जीतकर सरकार बनाई।
  • ओडिशा (चुनाव, 13 मई-1 जून 2024): बीजेपी ने यहां सरकार बनाई है। कांग्रेस महज 14 सीटों पर सिमटकर रह गई।
  • जम्मू कश्मीर (चुनाव, 18 सितंबर- 1 अक्टूबर 2024): यहां कांग्रेस एनसी के सहारे सत्ता में रहेगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीती और 6 सीटें कांग्रेस को मिलीं। बीजेपी सिर्फ 29 सीटें जीत पाई।
  • हरियाणा (चुनाव-5 अक्टूबर 2024): बीजेपी (48 सीटें जीतीं) ने अकेले बहुमत हासिल किया है। तीसरी बार भी कांग्रेस (37 सीटें) सत्ता से बाहर हो चुकी है।
  • लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस तीसरी बार 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। बीजेपी को बहुमत नहीं मिला, लेकिन दूसरे दलों के साथ गठबंधन में सरकार बनाकर हैट्रिक लगा ली है।

कांग्रेस के गिरते ग्राफ को दिखाते अन्य आंकड़े

2014 से 2024 के बीच 62 विधानसभा चुनावों में से कांग्रेस पार्टी 47 चुनाव हारी। आंकड़े बताते हैं कि राज्यों में सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेस ने 40 बार विधानसभा चुनावों का सामना किया और उनमें से महज चुनावों 7 में ही जीत मिल पाई। पिछले तीनों लोकसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी हारी है।

  • अक्टूबर 2009 में कांग्रेस: 32 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में से 13 में सरकारें थीं
  • 2014: कांग्रेस 13 से 9 राज्यों में सिमट गई।
  • 2019: कांग्रेस सिर्फ 5 राज्यों तक सीमित हो गई।
  • 2024: सिर्फ 3 राज्यों में कांग्रेस की सरकार है।
  • 2024: झारखंड, तमिलनाडु के बाद अब जम्मू कश्मीर में सहयोगियों की सरकार का हिस्सा।

कांग्रेस की बर्बादी के लिए कौन जिम्मेदार?

इन बातों को दरकिनार नहीं किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने पहले 'भारत जोड़ो यात्रा' और फिर 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के जरिए अपनी छवि और कांग्रेस को मजबूत करने के लिए खूब मेहनत की। ये अलग बात है कि कांग्रेस बावजूद इसके सतही तौर पर पैर नहीं जमा पा रही है। ऐसे में कांग्रेस की हरियाणा में हार का ठीकरा विरोधी राहुल गांधी पर ही फोड़ते हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम, जो खुद कांग्रेस में रहे, वो कांग्रेस की बर्बादी के लिए राहुल गांधी जिम्मेदार मानते हैं। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला मानते हैं कि राहुल गांधी ने खुद जिस तरह भारत को तोड़ने के लिए 'तोड़ो और राज करो' वाली रणनीति अपनाई, हिंदू समाज को बांटने के लिए हथकंडे अपनाए, उससे लोग बहुत नाराज थे। बहरहाल, सवाल यही है कि क्या हरियाणा की हार के लिए भी राहुल गांधी ही असल जिम्मेदार हैं?

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Updated 10:56 IST, October 12th 2024