अपडेटेड 6 December 2024 at 10:41 IST

Farmer Protest: किसानों ने बदली रणनीति, दिल्ली के लिए ट्रैक्टर नहीं पैदल कूच; पुलिस के पुख्ता इंतजाम

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर कहते हैं कि मार्च अपने 297वें दिन में प्रवेश कर गया है और खनौरी सीमा पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल अपने 11वें दिन में प्रवेश कर गई है।

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farmers will start their march towards Delhi at 1 pm today
शंभू बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच के लिए रवाना होंगे. | Image: ANI

Farmers Protest: पंजाब के किसान फिर से दिल्ली कूच के लिए निकले हैं। इस बार किसानों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। ट्रैक्टर-ट्रॉलियां छोड़कर किसानों ने पैदल मार्च के जरिए दिल्ली में घुसने की योजना बनाई है। किसान आज दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे। हालांकि किसानों के घोषित दिल्ली मार्च से पहले सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस ने अंबाला-दिल्ली बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है।

शंभू बॉर्डर से ड्रोन के जरिए ली गईं ताजा तस्वीरों में हाईवे पर दूर-दूर तक किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और टैंट-तंबू देखे जा सकते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसान फिर से दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा जमाने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। शंभू बॉर्डर पर शुक्रवार सुबह कुछ किसान पैदल मार्च निकालकर नारेबाजी करते हुए नजर आए। दिल्ली कूच के लिए किसानों ने दोपहर एक बजे का समय निर्धारित किया है।

किसानों के मार्च को 297 दिन हुए

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर एएनआई को बताते हैं कि 'मार्च अपने 297वें दिन में प्रवेश कर गया है और खनौरी सीमा पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल अपने 11वें दिन में प्रवेश कर गई है। दोपहर 1 बजे 101 किसानों का एक जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़ेगा।'

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किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर बढ़ेंगे- पंढेर

सरवन सिंह पंढेर कहते हैं, 'केंद्र और राज्य सरकारों ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि उन्हें किसानों के ट्रैक्टरों पर दिल्ली की ओर बढ़ने से समस्या है। 100 किसानों का एक समूह शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर बढ़ेगा। हमारा बैरिकेड तोड़ने का कोई इरादा नहीं है। हमें उम्मीद है कि सरकार हमें दिल्ली की ओर बढ़ने और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने की अनुमति देगी। किसानों की तरफ से बातचीत के दरवाजे खुले हैं। हम कहते रहे हैं कि अगर सरकार बात करना चाहती है तो हमें केंद्र सरकार या हरियाणा या पंजाब के सीएम कार्यालय का पत्र दिखाए।'

किसान क्यों कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन?

किसान मुख्य रूप से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा, वे कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी न करने की भी मांग कर रहे हैं।

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पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए इंतजाम किए

हालांकि फिलहाल किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने खास बंदोबस्त किए हैं। हरियाणा पुलिस ने पंजाब की तरफ तीन लेयर की बैरिकेडिंग की है। तार की जाली और पहियों वाले ट्रैफिक बैरिकेड लगाए गए हैं और एक टेंट लगाया गया है। पंजाब पुलिस ने भी शंभू बॉर्डर की तरफ अपनी ताकत बढ़ा दी है, क्योंकि वहां भीड़ बढ़ रही है। पुलिस ने अंबाला-दिल्ली बॉर्डर पर भी बैरिकेडिंग कर दी है।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 6 December 2024 at 10:00 IST