अपडेटेड 25 November 2022 at 08:22 IST
आदमखोर तेंदुए को कानपुर चिड़ियाघर में पिंजरे में भेजने की प्रक्रिया पूरी
पीलीभीत से सटे जनपद लखीमपुर खीरी की गोला तहसील में चार लोगों की जान लेने वाले तेंदुए को कानपुर चिड़ियाघर भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है।
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पीलीभीत से सटे जनपद लखीमपुर खीरी की गोला तहसील में चार लोगों की जान लेने वाले तेंदुए को कानपुर चिड़ियाघर भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। यह निर्णय वनविभाग खीरी के अधिकारियों ने लिया है।
प्रभागीय वनाधिकारी संजय बिस्वाल ने बताया कि तेंदुए को कानपुर चिड़ियाघर भेजने की प्रक्रिया आज बृहस्पतिवार को पूरी कर ली गई।
इस मामले में प्रभागीय वन अधिकारी पीलीभीत ने मीडिया से कहा कि तेंदुए को रवाना करने की प्रक्रिया आज पूर्ण हो गई। वन अधिकारियों के अनुसार, हाल के साल में 23 अगस्त से 20 अक्टूबर के बीच लखीमपुर खीरी जिले की गोला तहसील में एक सरकारी कृषि फार्म के चार गार्डों की तेंदुए ने जान ले ली थी। यह वयस्क नर तेंदुआ है।
दक्षिण खीरी वन प्रभाग के वन कर्मचारियों को दो महीने से अधिक समय तक चकमा देने के बाद सोमवार को लगभग आठ साल का तेंदुआ खेत में एक पिंजरे में फंस गया था।
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क्षेत्र के प्रभागीय वन अधिकारी, संजय बिस्वाल ने कहा, "तेंदुआ बिना किसी शारीरिक विकृति या चोट के काफी मजबूत है। इसे किसी अन्य वन क्षेत्र में छोड़ने के बजाय चिड़ियाघर में रखने का निर्णय लिया गया, क्योंकि यह वयस्क हो गया है। और स्वस्थ होने के बावजूद इसमें मनुष्यों का शिकार करने की इसमें प्रवृत्ति आ गई है।’’
Published By : Press Trust of India (भाषा)
पब्लिश्ड 25 November 2022 at 08:19 IST