अपडेटेड 16 January 2025 at 00:10 IST
Mahakumbh Security: महाकुंभ में टेथर्ड ड्रोन से लेकर PAC, NDRF, SDRF और NSG की तैनाती, ऐसी है अभेद सुरक्षा
144 साल के इंतजार के बाद महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। महाकुंभ में टेथर्ड ड्रोन से लेकर PAC, NDRF, SDRF और NSG की तैनाती की गई।
- भारत
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144 साल के इंतजार के बाद महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। देश-विदेश से आए हुए अबतक करोड़ों श्रद्धालुओं ने प्रयागराज के संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। योगी सरकार ने ना केवल लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर व्यवस्थाएं करवाई है, बल्कि सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा गया है। तभी तो जमीन से आसमना तक कई स्तरों पर व्यवस्थाएं की गई है।
महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक लोगों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में योगी सरकार ने सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा है। महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को तंदुरुस्त रखने के लिए पुलिस के जवानों के साथ-साथ PAC, NDRF, SDRF और NSG कमांडो के साथ-साथ खुफिया एजेंसियां भी एक्शन में है। बता दें, हवाई सुरक्षा भी तैनात किए गए हैं।
NSG के 200 कमांडो को महाकुंभ में सुरक्षा निगरानी के लिए तैनात किया गया है। ये सभी कमांडो हथियारों से लैस हैं। इसके साथ ही यूपी एटीएस के अलावा पुलिस और स्टेट कमांडोज की भी तैनाती हुई है। इसके साथ ही 2300 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और एक बड़ा सा कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिससे इसकी निगरानी की जा सके।
टेथर्ड ड्रोन से भी की जाएगी निगरानी
महाकुंभ में टेथर्ड ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ये ड्रोन आम ड्रोन से अलग है, और इसमें केबल के जरिए बिजली की आपूर्ति की जाती है। इससे 12 घंटे तक निगरानी की जा सकेगी। ये ड्रोन 120 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकेंगे और 3 किलोमीटर तक इसकी कवरेज होगी। ये नए थर्मल और आईआर कैमरों से लैस है, जो दिन और रात, दोनों समय 4K लाइव फुटेज के साथ 36x ऑप्टिकल और 8x डिजिटल जूम क्षमता से भी लैस हैं।
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रेल भवन में ‘वॉर रूम’ स्थापित
वहीं रेलवे ने भी अपनी ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी है। रेल मंत्रालय ने दिल्ली स्थित रेल भवन में एक ‘वॉर रूम’ स्थापित किया है, जो प्रयागराज के नौ स्टेशनों और आसपास के इलाकों में लगाए गए कैमरों के जरिये विभिन्न ट्रेन की आवाजाही और यात्री सेवाओं के बारे में सातों दिन 24 घंटे सीधी जानकारी मुहैया कराएगा।
मंत्रालय ने देश भर से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए व्यापक व्यवस्था की है। इसने स्क्रीन पर सीधे प्रसारण की 24 घंटे निगरानी के लिए ‘वॉर रूम’ में वाणिज्यिक, तकनीकी, सुरक्षा आदि जैसे अलग-अलग क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक रेलवे अधिकारियों और विशेषज्ञों को अलग-अलग शइफ्ट में तैनात किया है। इसके अलावा संबंधित कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि जरूरत पड़ने पर सुधारात्मक कदम उठाएं।
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दस डिजिटल ‘खोया-पाया केंद्र’
यूपी पुलिस ने लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए महाकुंभ मेला के क्षेत्र में दस अत्याधुनिक डिजिटल ‘खोया-पाया केंद्र’ स्थापित किया है। अधिकारियों ने बताया कि इन केंद्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिसमें श्रद्धालुओं को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए प्रतीक्षा कक्ष और चिकित्सा कक्ष शामिल हैं। इसके अलावा परिवारों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से जलपान क्षेत्र की व्यवस्था की गई है।
वहीं सभी केंद्रों में 55 इंच का LED स्क्रीन लगाया गया है। इसे लाउडस्पीकर से जोड़ा गया है। इससे खोया-पाया सामान और व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं इन केंद्रों पर महाकुंभ से संबंधित घाटों और मार्गों के बारे में सारी व्यवस्थाओं की भी सूचना श्रद्धालुओं के साथ साझा की जाएगी।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 16 January 2025 at 00:10 IST