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Published 13:04 IST, September 17th 2024

पत्नी सुनीता भी थीं रेस में, फिर केजरीवाल ने आतिशी को ही क्यों चुना दिल्ली का सीएम? ये है बड़ी वजह

दिल्ली के नए CM के नाम पर सस्पेंस खत्म हो गया है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की मंत्री आतिशी को उनके स्थान पर अगला मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।

Reported by: Rupam Kumari
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Atishi, Arvind Kejriwal & Sunita Kejriwal
Atishi, Arvind Kejriwal & Sunita Kejriwal | Image: ANI/PTI

दिल्ली के नए CM के नाम पर सस्पेंस खत्म हो गया है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की मंत्री आतिशी को उनके स्थान पर अगला मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे AAP विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया। उन्हें दिल्ली AAP विधायक दल का नेता चुना गया है। अब जल्द ही आतिशी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। इससे पहले मुख्यमंत्री की रेस में केजरीवाल की पत्नी सुनीता का नाम भी सामने आ रहा था, मगर केजरीवाल ने पत्नी की जगह आतिशी को ही दिल्ली का सीएम चुना। इसकी पीछे बड़ी वजह है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि वह तभी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे जब लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र दे देंगे। इसके बाद मंगलवार को सीएम आवास पर विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें आतिशी को दिल्ली का अगला सीएम बनाने पर फैसला हुआ। हालांकि, पहले ही सीएम की रेस में आतिशी सबसे आगे चल रही थी, इसके पीछे कई वजह भी है।

आतिशी के नाम पर क्यों लगी मुहर?

आतिशी पार्टी और सरकार का प्रमुख चेहरा हैं और वह दिल्ली सरकार में वित्त, शिक्षा और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) समेत कई विभागों का कार्यभार संभालती हैं। दिल्ली सरकार में एक ताकतवार महिला मंत्री के रूप में जानीं जाती हैं। केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम सिसोदिया के जेल जाने के बाद आतिशी ने पार्टी को मजबूती से संभाला। 2013 विधानसभा चुनावों के लिए AAP का घोषणापत्र तैयार करने वाली समिति की प्रमुख सदस्य थीं।

AAP विधायक दल की बैठक में फैसला

आतिशी पार्टी के विस्तार में अहम भूमिका निभाती रही हैं। 2013 में पार्टी की स्थापना से ही वह AAP का हिस्सा हैं। मार्च 2023 में आतिशी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। वर्तमान में आतिशी के पास सबसे ज्यादा विभागों का जिम्मा है। उनकी गिनती दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल की भरोसेमंद और करीबियों में होती हैं। आतिशी दिल्ली सरकार में इकलौती महिला मंत्री हैं। अन्ना आंदोलन के समय से ही आतिशी संगठन में सक्रिय हैं। यही वजह रही कि AAP विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर सर्वसम्मित से मुहर लगी।

रेस में कहां पीछे रह गई सुनीता केजरीवाल

इस रेस में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता का नाम भी आगे चल रहा था। केजरीवाल के गिरफ्तार होने के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने मोर्चा संभाला। केजरीवाल के तिहाड़ जेल जाने के बाद सुनीता राजनीति में सक्रिय हईं। लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी का मोर्चा संभाला था। इस दौरान उन्होंने रोड शो और प्रचार भी किया। जेल से केजरीवाल के मैसेज को कार्यकर्ता तक पहुंचाती रहीं।  मगर कभी राजनीति में आने की इच्छा खुलकर जाहिर नहीं की।

केजरीवाल ने आतिशी को क्यों चुना?

केजरीवाल के जेल जाने के बाद से ही BJP उनके इस्तीफा का दबाव बना रही थी। इसके बाद से ही मुख्यमंत्री के तौर पर कई नामों पर चर्चा चल रही थी, जिसमें सुनीता केजरीवाल का भी नाम शामिल था। मगर सुनीता केजरीवाल को फिलहाल AAP में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। ना ही उन्होंने सक्रीय राजनीति की है और ना कोई चुनाव लड़ा है। AAP के मंत्री भी समय-समय पर यह कहते नजर आए हैं कि इसमें सुनीता की कोई दिलचस्पी नहीं है। कहा जा सकता है कि सुनीता को अभी राजनीति दांव-पेंच में महारत हासिल नहीं है। वहीं, आतिशी इस खेल की बड़ी खिलाड़ी हैं। यही वजह रही है कि केजरीवाल ने पत्नी की जगह आतिशी के नाम को आगे बढ़ाया।

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Updated 13:04 IST, September 17th 2024