अपडेटेड 15 September 2024 at 22:12 IST
'हम मजहब नहीं लैंड जिहाद के खिलाफ', वक्फ बोर्ड को लेकर बोले धीरेंद्र शास्त्री- इनपर लगाम लगाना जरूरी
वक्फ बोर्ड को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि वो मजहब के खिलाफ नहीं हैं। वो लैंड जिहाद के खिलाफ हैं, इसपर लगाम लगाना जरूरी है।
- भारत
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पिता का निधन हो गया। ऐसे में बाबा बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री श्रद्धांजलि देने के लिए इंदौर पहुंचे। इंदौर में उन्होंने सीएम यादव के आवास पर उनसे मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत भी की और वक्फ बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया।
बता दें, बाबा बागेश्वर इंदौर से उज्जैन के लिए रवाना हुए। उज्जैन में वो बाबा महाकालेश्वर के दर्शन भी करेंगे। पंडित शास्त्री ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पिता के निधन पर अपना दुख जाहिर करने वो नहीं आ पाए थे। इसलिए तेरहवीं पर वो श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यहां पहुंचे। बाबा बागेश्वर के एक्स हैंडल पर जानकारी साझा की गई कि 'पूज्य सरकार सिरसा से उज्जैन पहुंचकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पूज्य पिताजी के तेहरवीं एवं गंगापूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। दुःख की घड़ी में पूज्य सरकार के साथ प्रदेश के कद्दावर भाजपा के वरिष्ठ कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे।'
कुछ लोगों ने भारत में काफी अती मचा रखी है: पंडित शास्त्री
वहीं वक्फ बोर्ड को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "अब किसी भी मनमानी भारत में नहीं चलेगी, वक्फ बोर्ड वालों की भी मनमानी अब नहीं होगी। कुछ लोगों ने भारत में काफी अती मचा रखी है, कहीं पर भी बोर्ड गढ़ देते हैं लेकिन अब मनमानी नहीं चलेगी। इनपर लगाम लगाना जरूरी हो गया है।"
हम लैंड जिहाद के खिलाफ हैं...: पंडित धीरेंद्र शास्त्री
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें किसी मजहब से कोई दिक्कत नहीं है। हम किसी मजहब के खिलाफ नहीं हैं। हम केवल लैंड जिहाद के खिलाफ है। इसपर रोक लगनी चाहिए। वक्फ बोर्ड पर कानूनी शिकंजा होना चाहिए।
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सनातनियों को जगाने के लिए निकालेंगे यात्रा
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि वो सनातनियों को जगाने के लिए, एकजुट करने के लिए, जातियों का भेदभाव मिटाकर एक होने के लिए 21 नवंबर से यात्रा निकालेंगे। इस यात्रा के दौरान वो उन सभी लोगों से मिलेंगे जिनसे आम दिनों में नहीं मिल पाते हैं और उन्हें एक साथ आने का संदेश देंगे।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 15 September 2024 at 21:34 IST