अपडेटेड 15 July 2024 at 15:48 IST

UP चुनाव नतीजों पर BJP में मंथन: 'संगठन सरकार से बड़ा है',डिप्टी CM केशव मौर्य के बयान के हैं मायने?

बीजेपी की बैठक में नेतृत्व के सामने केशव प्रसाद मौर्य ने जो इशारा किया, उसके मायने समझना अहम हो जाता है। मौर्य ने बयान में कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा है।

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Keshav Prasad Maurya
Keshav Prasad Maurya | Image: Facebook

Keshav Prasad Maurya: उत्तर प्रदेश में मिली हार के बाद बारी चुनाव नतीजों की समीक्षा आई तो केशव प्रसाद मौर्य ने जो इशारा किया है, उसके मायने बारीकी से समझना अहम हो जाता है। वो स्पष्ट कहते हैं कि 2024 में कार्यकर्ताओं के प्रयासों के बावजूद नतीजे हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे। एक बयान में मौर्य यहां तक कह देते हैं कि संगठन सरकार से बड़ा होता है, वो उपमुख्यमंत्री बाद में हैं, पहले वो खुद एक कार्यकर्ता हैं। ये बताता है कि मौर्य ने संगठन की मजबूती पर जोर देने के साथ कार्यकर्ताओं को साधने की कोशिश की है।

उत्तर प्रदेश में मिली हार पर भारतीय जनता पार्टी चिंतन करने में लगी है। पिछले दिन मंथन लखनऊ में हुआ, जहां बीजेपी प्रदेश कार्य समिति बैठक बुलाई गई। इसी बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी रही। हालांकि बैठक में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक ऐसा बयान दे दिया, जिसकी चर्चा काफी तेजी से हो रही है।

'मैं डिप्टी CM बाद में, पहले कार्यकर्ता'

केशव प्रसाद मौर्य अपने बयान में कहते हैं, ‘मैं सदा कहता था और यहां कार्यसमिति, प्रदेश और देश के नेतृत्व के सामने कह रहा हूं कि संगठन सरकार से बड़ा है। संगठन से बड़ा कोई नहीं होता है। संगठन सरकार से बड़ा था, बड़ा है और हमेशा बड़ा रहेगा। पार्टी के कार्यकर्ता के नाते, मैं कहता हूं कि मैं उपमुख्यमंत्री बाद में हूं, पहले कार्यकर्ता हूं।’ उन्होंने कहा कि हर एक कार्यकर्ता हमारा गौरव है। कार्यकर्ता ही मेरा गौरव और मेरा अभिमान है।

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मौर्य के बयान के मायने क्या?

केशव प्रसाद मौर्य ने जब संगठन और सरकार का जिक्र किया है तो सवाल जरूर उठे हैं कि क्या संगठन और सरकार के बीच में सब कुछ ठीक है? हालांकि इसको भी समझना होगा कि वो खुद को एक कार्यकर्ता के तौर पर जब मंच से अपनी बात रखते हैं तो इससे कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ता है। मौर्य ने जब बयान दिया था तो कार्यकर्ताओं ने खूब तालियां पीटीं। इससे समझा जा सकता है कि वो पार्टी स्तर पर कार्यकर्ताओं के सम्मान और उनके गौरव की बात कर रहे थे।

अपने बयान में मौर्य ने आगे ये भी कहा था कि सपा और कांग्रेस ने झूठ और फरेब कर थोड़े समय के लिए हमें पीछे किया है, लेकिन 2027 में फिर से 300 पार के लक्ष्य के साथ प्रदेश में बीजेपी सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि कार्यसमिति की बैठक से ये तय करके जाना है कि 2027 में सपा, बसपा और कांग्रेस एकजुट हो जाएं तो भी हमें अपने सामर्थ्य के बल पर 300 पार के लक्ष्य को पार पाना है। इससे साफ जाहिर होता है कि वो कार्यकर्ताओं के हौसले बढ़ा रहे थे।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 15 July 2024 at 15:48 IST