अपडेटेड 15 December 2024 at 08:53 IST

'अल्लाह ने चाहा तो... हम मेजोरिटी से भी ज्यादा मेजोरिटी हो सकते हैं', ममता के मंत्री के बयान पर बवाल

TMC नेता ने कहा कि अगर अल्लाह की रहमत है हमारे ऊपर और तालीम हमारे साथ है... तो एक दिन हम मेजोरिटी से भी मेजोरिटी हो सकते हैं। उनके बयान पर बवाल खड़ा हो गया।

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Uproar on Firhad Hakim Statement
फिरहाद हकीम के बयान पर बवाल | Image: PTI

Firhad Hakim Statement: अक्सर ही अपने विवादित टिप्पणियों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले ममता के मंत्री फिरहाद हकीम के बयान से फिर बवाल खड़ा हो गया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में यह कहकर कि अल्लाह ने चाहा तो हम बहुमत में होंगे, नया विवाद खड़ा कर दिया। BJP के नेता उनके इस बयान की आलोचना करते हुए TMC को घेर रही है।

BJP नेता सुकांत मजूमदार ने फिरहाद के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वह खुलेआम सांप्रदायिक नफरत फैलाने और खतरनाक एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। यह भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने का खाका है।

क्या कहा फिरहाद हकीम ने...?

ममता सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम अल्पसंख्यक छात्रों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में फिलहाल हम 33 प्रतिशत हैं और देश में 17 फीसदी हैं। हमें माइनॉरिटी कहा जाता है, लेकिन हम ऐसा नहीं सोचते। अगर अल्लाह की रहमत है हमारे ऊपर और तालीम हमारे साथ है... तो एक दिन हम मेजोरिटी से भी मेजोरिटी हो सकते हैं।

फिरहाद ने आगे यह भी कहा कि संख्या में भले ही हम कम हो सकते हैं, लेकिन अल्लाह ने चाहा तो हम मजबूत हो सकते हैं। इतने मजबूत की न्याय के लिए मोमबत्तियों के साथ रैलियां करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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उन्होंने कहा कि हमारी कॉम (आबादी) मोमबत्ती लेकर वी वॉन्ट जस्टिस करते जुलूस निकालती है। मैं कहता हूं कि हाथ में मोमबत्ती लेकर जस्टिस मांगने से जस्टिस नहीं मिलेगा। अपने रुतबे और औकात को उस जगह ले जाओ, जहां पर तुम खुद जस्टिस दे पाओ।

वह आगे यह भी बोले कि कलकत्ता हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में केवल दो-चार न्यायाधीश ही अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। ऐसा क्यों? हमें काबिल नहीं बनाया गया, जिससे हम न्याय कर सके। अल्लाह की रहमत और आपकी मेहनत यह पूरा कर सकती है, जहां आप न्याय देने लायक बन सके।

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BJP नेताओं ने की आलोचना

फिरहाद हकीम के बयान पर बवाल खड़ा हो गया है। BJP नेता ने इस बयान को लेकर TMC के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। BJP IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि हकीम ने इस ओर इशारा किया है कि पश्चिम बंगाल और भारत में जल्द ही मुसलमानों की आबादी बहुमत में हो जाएगी। उनके बयान से लगता है कि मुसलमान अब न्याय अपने हाथों में लेगा, जिससे शरिया कानून का समर्थन करने की बात हो सकती है।

इंडी एलायंस चुप क्यों है?- सुकांत मजूमदार

बंगाल BJP अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने बयान पर कहा कि वह शुद्ध जहर, खुलेआम सांप्रदायिक नफरत भड़काने रहे और एक खतरनाक एजेंडा चला रहे हैं। यह सिर्फ नफरत फैलाने वाला भाषण नहीं है... यह भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने का खाका है।

उन्होंने सवाल किया कि इंडी एलायंस चुप क्यों है? मैं उन्हें इस पर अपनी राय व्यक्त करने की चुनौती देता हूं। ममता बनर्जी आपका पाखंड और भारत विरोधी मानसिकता उजागर हो गई है। क्या यही वह भविष्य है जिसकी आप कल्पना कर रहे हैं? हर भारतवासी को इस मानसिकता की निंदा करनी चाहिए। हमारा देश अपनी एकता और अखंडता के लिए इस तरह के खतरों को बर्दाश्त नहीं करेगा।

वहीं, TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने हकीम के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनके शब्दों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हकीम यह कहना चाह रहे थे कि अल्पसंख्यक समुदाय को सशक्त बनाया जाए, जिससे वह मुख्यधारा में शामिल हो और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 15 December 2024 at 08:53 IST