अपडेटेड 2 March 2025 at 23:09 IST

5 साल का सियासी सफर, कैसे अर्श से फर्श पर पहुंच गए आकाश आनंद, आखिर क्या थी वो वजह कि बुआ की नजरों से उतरा भतीजा?

Mayawati: बसपा चीफ मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया और इसका जिम्मेदार उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ को ठहराया।

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BSP chief Mayawati with nephew Akash Anand
BSP चीफ मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को सभी जिम्मेदारियों से मुक्त किया। | Image: Republic

Mayawati: बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से रविवार को मुक्त कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब उनकी आखिरी सांस तक पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। बसपा चीफ मायावती के इस बयान के बाद से सियासी गलियारे की हलचल तेज हो गई।  

बता दें, इससे पहले बसपा सुप्रीमो ने बीते महीने ही आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निष्कासित किया था। और ठीक एक महीने में अब ये कदम उठाया है। सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि UP की पूर्व मुख्यमंत्री को ये कदम उठाना पड़ रहा है।

ससुर की वजह से दामाद आकाश की छिनी जिम्मेदारी

बसपा चीफ ने राजधानी लखनऊ में हुई बसपा की राष्ट्रीय स्तर की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा कि पार्टी हित में आकाश आनंद को इसकी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। इस कार्रवाई के लिए पार्टी नहीं, बल्कि पूर्ण रूप से उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ जिम्मेदार हैं। बता दें, मायावती ने सिद्धार्थ को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर पिछले महीने बसपा से निष्कासित कर दिया था।

आकाश को मुक्त कर पिता को सौंपी जिम्मेदारी

जानकारी के अनुसार मायावती ने आकाश आनंद के पिता और पार्टी महासचिव आनंद कुमार और राज्‍यसभा सांसद रामजी गौतम को बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी है। वहीं मायावती ने आकाश आनंद के ससुर अशोक पर गुटबाजी करने और पार्टी को कमजोर करने का भी आरोप लगाया। मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अपने सबसे छोटे भाई आनन्द कुमार को पार्टी समन्वयक की भी जिम्मेदारी सौंपी है।

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आखिरी सांस तक पार्टी का कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा: मायावती

मायावती ने कहा, ''अब मैंने यह निर्णय लिया है कि मेरे जीते जी व मेरी आखिरी सांस तक, पार्टी में मेरा कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा।'' मायावती ने पूर्व में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। लेकिन पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान एक विवादित बयान देने को लेकर उन्होंने अपने भतीजे से यह ओहदा वापस ले लिया था। हालांकि बाद में, उन्होंने फिर से आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 2 March 2025 at 23:09 IST