अपडेटेड 23 February 2024 at 18:04 IST
UP में दिलचस्प होगा विधान परिषद का चुनाव, जानिए किसकी कितनी सीटें और क्या है गुना-गणित?
उत्तर प्रदेश में 5 मई को खाली होने वाली विधान परिषद की 13 सीटों के लिए मतदान की तारीखों का ऐलान हो चुका है।
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राघवेंद्र पांडेय
उत्तर प्रदेश में 5 मई को खाली होने वाली विधान परिषद की 13 सीटों के लिए मतदान की तारीखों का ऐलान हो चुका है। निर्वाचन अधिकारी ने इन सीटों पर चुनाव की घोषणा की है।
विधान परिषद की 13 सीटों के लिए होने वाले चुनावों के लिए 4 मार्च को अधिसूचना जारी होगी, वहीं 11 मार्च तक प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 12 मार्च को होगी, नाम वापसी 14 मार्च तक हो सकेगी। 21 मार्च के लिए होगी और वोटों की गिनती भी उसी दिन होगी।
जिन सदस्यों की सीटें खाली हो रही हैं...
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- अशोक कटारिया, भाजपा
- अशोक धवन, भाजपा
- बुक्कल नवाब, भाजपा
- महेंद्र कुमार सिंह, भाजपा
- मोहसिन रजा, भाजपा
- निर्मला पासवान, भाजपा
- यशवंत सिंह, भाजपा
- विजय बहादुर पाठक, भाजपा
- विद्यासागर सोनकर, भाजपा
- डॉक्टर सरोजनी अग्रवाल, भाजपा
- नरेश चंद्र उत्तम, सपा
- भीमराव अंबेडकर, बसपा
- आशीष पटेल, अपना दल (एस)
इन 13 सीटों में 11 पर भाजपा, 1 पर सपा और 1 बीएसपी और 1 अपना दल (एस) के सदस्य हैं। इस बार बीजेपी की संख्या में कमी आएगी, सपा की संख्या में इजाफा होगा और बीएसपी की संख्या शून्य हो जाएगी।
विधान परिषद में राजनीतिक दलों की मौजूदा स्थिति
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उत्तर प्रदेश विधान परिषद की बात करें तो यहां सदस्यों की कुल संख्या 100 होती है। वर्तामान समय में राजनीतिक दलों की स्थिति ऐसी है।
- बीजेपी-82
- सपा-8
- बसपा-1
- अपना दल (एस)-1
- निषाद पार्टी- 1
- जनसत्ता दल- 1
- शिक्षक गैर राजनीतिक दल(गैराद)- 1
- निर्दलीय समूह- 2
- निर्दलीय- 2
- रिक्त- स्वामी प्रसाद मौर्य
चुनाव का गणित:
इन 13 सीटों पर होने वाले चुनाव में भाजपा अपने सहयोगियों के साथ 10 सदस्य को विधान परिषद में पहुंचाने का काम करेगी, वहीं तीन सदस्य समाजवादी पार्टी के सदन में पहुंचेंगे। बीएसपी दशकों बाद विधानपरिषद में शून्य होने जा रही है। कांग्रेस पहले ही विधान परिषद में शून्य हो चुकी है।
एमएलसी चुनाव में एक प्रत्याशी को जीतने के लिए 33 विधानसभा सदस्यों की आवश्यकता होगी, इस आंकड़े के अनुसार भाजपा और उसके सहयोगी दल 10 सदस्य जिता ले जाएंगे। वहीं समाजवादी पार्टी 3 सदस्यों को विधानपरिषद में भेज पाएगी।
दिलचस्प हो सकता है चुनाव
एमएलसी चुनाव में सपा और भाजपा के 13 ही उम्मीदवार अगर मैदान उतरते हैं तब चुनाव की उम्मीद नहीं रहेगी, परंतु 14 उम्मीदवार अगर मैदान में उतरे तो राज्यसभा की ही तरह 14वें सीट पर चुनाव की नौबत आ जाएगी। ऐसे में अंतरात्मा की आवाज, जोड़-तोड़, क्रॉस वोटिंग की संभावना भी बढ़ जाएगी।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 23 February 2024 at 17:58 IST