Updated August 27th, 2021 at 10:13 IST

पंजाब कांग्रेस में खींचतान: CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया 'शक्ति प्रदर्शन', डिनर पार्टी में जुटे 58 विधायक और 8 सांसद

पंजाब में कांग्रेस के अंदर सियासी उठापटक जोरों पर है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच शह मात का खेल जारी है।

Reported by: Dalchand Kumar
PIC Credit- @RT_MediaAdvPBCM/Twitter | Image:self
Advertisement

पंजाब में कांग्रेस के अंदर सियासी उठापटक जोरों पर है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच शह मात का खेल जारी है। सिद्धू खेमे ने एकजुट होकर कैप्टन के खिलाफ खुली बगावत कर दी है तो अब अमरिंदर सिंह ने भी 'डिनर पार्टी' के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। पंजाब कांग्रेस में चल रहे संकट के बीच गुरुवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए पार्टी के 58 विधायकों और 8 सांसदों के साथ डिनर मीटिंग की।

यह भी पढ़ें: 'मिशन 2022': गुरदासपुर पहुंचे अरविंद केजरीवाल, बोले- 'हम पंजाब को देना चाहते हैं दिल्ली जैसी सुविधाएं'

डिनर पार्टी का आयोजन कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के आवास पर हुआ। अमरिंदर सिंह की ओर से विधायकों और सांसदों को डिनर पर बुलाया गया। बताया जाता है कि यह डिनर पार्टी सीक्रेट रखी गई थी, मगर बाद में सबकुछ लीक हो गया। डिनर में कैप्टन गुट के करीब 60 विधायक और 8 सांसदों के अलावा 10 मंत्रियों के शामिल होने की बात सामने आई। आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत गुरुवार को रात्रिभोज की बैठक आयोजित की गई थी। 

कैप्टन ने 58 विधायकों और 8 सांसदों के साथ की डिनर मीटिंग

राज्य के पार्टी नेताओं के विरोध का सामना कर रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधायकों के साथ बातचीत करके उन्हें वापस जिताने की रणनीति बनाई है। पंजाब सीएम के मीडिया सलाहकार रवीन ठकुराल ने डिनर मीटिंग की तस्वीरें ट्वीट करते हुए बताया कि कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के साथ सभी विधायकों और सांसदों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। 

रवीन ठुकराल ने ट्वीट में लिखा, 'गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि उन्होंने समान विचारधारा वाले पंजाब कांग्रेस के सांसदों और विधायकों को रात के खाने के लिए आमंत्रित किया था। 58 विधायकों और 8 सांसदों ने मेरे निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार किया और विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी कैप्टन अमरिंदर के नेतृत्व में 2022 का चुनाव जीतेगी। यात्रा आज से शुरू हुई है।'

यह भी पढ़ें: पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह पर बीजेपी का कटाक्ष, नकवी बोले- 'खुद कुल्हाड़ी लेकर घूम रहा पार्टी नेतृत्व'

इस बीच खबर यह भी है कि डिनर में मौजूद विधायकों और सांसदों ने '2022 में कैप्टन ही कांग्रेस' का एक प्रस्ताव पारित किया, जिसे पार्टी आलाकमान को भेजा जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 10 पंजाब कैबिनेट मंत्रियों समेत 60 कांग्रेस विधायकों और 8 सांसदों ने इस प्रस्ताव को सहमति दी।

सिद्धू खेमे के मंत्रियों ने बनाई दूरी

हालांकि, नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी तीन मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखबिंदर सिंह सरकारिया कैबिनेट बैठक के बाद आयोजित डिनर पार्टी से दूर रहे। बता दें, इन तीनों मंत्रियों समेत सिद्धू खेमे के अन्य विधायकों ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोला है। हाल में इन तीनों मंत्रियों के साथ कुछ विधायकों ने देहरादून में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की थी और अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर चिंता जताई थी। सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू खेमा अपनी बात मनवाने में असफल रहा है, लेकिन अनुरोध के बाद रावत कथित तौर पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ पंजाब कांग्रेस में बढ़ते संघर्ष पर चर्चा करने के लिए सहमत हुए।

Advertisement

Published August 27th, 2021 at 10:10 IST

Whatsapp logo