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Published 21:01 IST, September 27th 2024

'स्मार्ट मीटर के जरिए स्मार्ट चीटर का काम...', बिहार के ऊर्जा मंत्री पर तेजस्वी यादव का बड़ा आरोप

ये स्मार्ट मीटर नहीं स्मार्ट चीटर है ये चीटर मीटर है। दुर्भाग्य की बात है कि 20 सालों में बिहार सरकार ने 3 बार मीटर बदला है आखिर क्यों? - तेजस्वी यादव

Reported by: Ravindra Singh
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बिहार के ऊर्जा मंत्री पर तेजस्वी यादव का बड़ा आरोप | Image: Republic Video Grab

बिहार सरकार (Bihar Government) ने प्रदेश में उपभोक्ताओं (State Consumers) को बिजली (Electricity) पर पहले से ही भारी रिआयत (Discount) दिए जाने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि वह उपभोक्ताओं को मुफ्त में बिजली नहीं देगी। बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव (Bihar Electricity Minister Bijendra Prasad Yadav) ने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगले साल तक पूरे राज्य में ‘प्रीपेड स्मार्ट मीटर’ लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं अब इसको लेकर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Former Deputy CM Tejaswi Yadav) ने ऊर्जा मंत्री पर पलटवार करते हुए बड़ा आरोप लगाया है।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, 'एक अक्टूबर से राष्ट्रीय जनता दल स्मार्ट मीटर के बढ़ते बिल से जो बिहार के लोग परेशान हैं उसके खिलाफ हम सब लोग आंदोलन करने जा रहे हैं। और लगातार बिहार के लोग बढ़ते बिजली के दर से परेशान हैं। इसलिए पार्टी ने ये निर्णय लिया है कि एक अक्टूबर से हम लोग हर प्रखंड में आंदोलन करेंगे। ये बिहार के हर एक घर का मामला है। बिहार में हर कोई इससे परेशान हैं। बिहार में पूरे देश में सबसे महंगी बिजली मिलती है पूरे देश में। लगभग बिहार में बिजली के दो करोड़ उपभोक्ता हैं और स्मार्ट मीटर अभी तक मात्र 50 लाख लोगों के घरों में ही लग पाया है।'


तेजस्वी ने बताया इसे 'चीटर' मीटर

तेजस्वीय यादव ने आगे कहा, 'अभी डेढ़ करोड़ लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगना बाकी है। महज 50 लाख उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर पहुंचा है लेकिन ये उपभोक्ता लगातार इस मीटर की शिकायत कर रहे हैं। लोग परेशान हैं कि बिजली का बिल काफी तेज भाग रहा है। अगर सही में बताया जाए तो ये स्मार्ट मीटर नहीं बल्कि चीटर मीटर है। ये लोगों को चीट कर रहा है और सरकार के लोग चुपचाप बैठकर तमाशा देख रहे हैं। बीईआरसी बिहार इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेट्री कमीशन और सीईआरसी सेट्रल इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेट्री कमीशन इसमें है कि आप इलेक्ट्रानिक मीटर भी लगा सकते हैं आप स्मार्ट मीटर भी लगा सकते हैं, लेकिन इसमें कोई कंपल्शन नहीं है।'


जब 50 लाख लोग संतुष्ट नहीं हुए तो 2 करोड़ लोग कैसे...

आरजेडी नेता ने वीडियो में आगे बताया, 'इसमें जरूरी नहीं है कि इसमें स्मार्ट मीटर ही लगाना है। और प्रदेशों में भी इलेक्ट्रानिक मीटर लगे हुए हैं लेकिन वहां हम लोगों को कोई शिकायत नहीं मिलती है। ये स्मार्ट मीटर नहीं स्मार्ट चीटर है ये चीटर मीटर है। दुर्भाग्य की बात है कि सोचना पड़ेगा कि 20 सालों में बिहार सरकार ने 3 बार मीटर बदला है आखिर क्यों ये क्या खेल हो रहा है बिजली विभाग में? ये लोग जानना चाहते हैं और बार बार जब ये मीटर बदला जाता है तो पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर चेंज होता है ये पैसा जो है आप लोगों की जेब से आता है। कल ही हमने देखा कि माननीय विभाग के मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बोला कि हम जल्दी जल्दी से दो करोड़ स्मार्ट मीटर लगवाएंगे। पिछले महीने उनके गांव और उनके घर तक में नहीं लगा था स्मार्ट मीटर... खैर जब 50 लाख उपभोक्ताओं को संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं ऊर्जामंत्री तो दो करोड़ लोगों को कैसे संतुष्ट करेंगे?'


ऊर्जा मंत्री का दावा मिल रही रिआयती दरों पर बिजली

वहीं इसके पहले गुरुवार को बिहार के ऊर्जा मंत्री ने दावा किया कि राज्य में उपभोक्ताओं को भारी रिआयती दरों पर बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा था, 'हम राज्य में उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली नहीं दे सकते। हम पिछले कई सालों से इस पर कायम हैं। हम पहले से ही उपभोक्ताओं को भारी अनुदानित दरों पर बिजली दे रहे हैं।' मंत्री ने ये भी कहा था, 'बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को अनुदान देने के लिए राज्य सरकार ने 2023-24 में 13,114 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जो अब चालू वित्त वर्ष (2024-25) में 15,343 करोड़ रुपये हो गए हैं।'

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Updated 21:01 IST, September 27th 2024