अपडेटेड 13 March 2025 at 23:22 IST
तमिलनाडु सरकार ने बदला रुपये का सिंबल तो देश में मचा बवाल, CM स्टालिन पर भड़के अन्नामलाई, कहा- स्टूपिड, DMK नेता के बेटे...
दरअसल तमिलनाडु के राज्य बजट में रुपया '₹' के चिन्ह को हटाकर उसकी जगह तमिल भाषा के किसी अक्षर से बदल दिया था
- भारत
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Rupee Symbol Controversy: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अन्नामलाई ने तमिलनाडु के पेश किए गए बजट में रुपये का चिन्ह बदलने को लेकर डीएमके के नेतृत्व वाली सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के इस फैसले को मूर्खतापूर्ण बताया है। दरअसल तमिलनाडु के राज्य बजट में रुपया '₹' के चिन्ह को हटाकर उसकी जगह तमिल भाषा के किसी अक्षर से बदल दिया था। सीएम स्टालिन के इस फैसले के बाद वो हिन्दी को टारगेट करने के मामले में पूरी तरह से घिरते हुए दिखाई दे रहे हैं।
तमिलनाडु में हिन्दी भाषा का विरोध आज से नहीं बल्कि कई साल पुराना है। केंद्र सरकार और डीएमके के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार के बीच भी साल 2020 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लेकर घमासान चल रहा है। 2020 में प्रस्तावित त्रिभाषा फॉर्मूला राजनीतिक विवाद का केंद्र बना हुआ है। वहीं अब राज्य के बजट के दौरान रुपये का सिंबल बदलने से ये घमासान और भी उग्र हो गया है। वहीं उस पर अन्नामलाई का सीएम स्टालिन पर हमला मामले को और भी तूल दे रहा है।
'आप कितने मूर्ख हो सकते हैं एमके स्टालिन'-अन्ना मलाई
तमिलनाडु के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अन्नामलाई ने रुपये का सिंबल बदले जाने पर सीएम स्टालिन पर निशाना साधा है। अन्नामलाई ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, "तमिलनाडु सरकार के 2025-26 के बजट में उस रुपये के सिंबल को हटा दिया गया है, जिसे एक तमिल व्यक्ति ने डिजाइन किया था और जिसे पूरे भारत ने अपनाया है। इस सिंबल को उदय कुमार ने डिजाइन किया था, जो एक पूर्व डीएमके विधायक के बेटे हैं। आप कितने मूर्ख हो सकते हैं एमके स्टालिन।"
ये तमिलों को अपमान, बोले - अमित मालवीय
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के हेड सेल के हेड अमित मालवीय ने भी सीएम स्टालिन के इस फैसले की आलोचना करते हुए लिखा कि उदय कुमार धर्मलिंगम, जो एक भारतीय अकादमिक और डिजाइनर हैं। वह पूर्व डीएमके विधायक के पुत्र हैं। मालवीय ने कहा, "उदय कुमार ने भारतीय रुपये का सिंबल डिजाइन किया था, जिसे पूरे भारत ने स्वीकार किया, लेकिन मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तमिलनाडु बजट 2025-26 के दस्तावेज से इस सिंबल को हटा दिया। यह तमिलों का अपमान है। तमिलनाडु सरकार ने अपने बजट में '₹' को 'ரூ' सिंबल से रिप्लेस कर दिया है। तमिल भाषा में 'ரூ' इस तमिल वर्ण का मतलब रु होता है। हालांकि भाषा की राजनीति करते हुए '₹' को बजट से हटाने वाली तमिलनाडु सरकार ने ये ध्यान देना जरूरी नहीं समझा कि रुपये के इस सिंबल को भी एक तमिल ने ही डिजाइन किया था।
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ये है दक्षिण भारत में हिन्दी से विवाद की वजह
तमिलनाडु सरकार ने एनईपी व त्रिभाषा फॉर्मूले को अपने राज्य में लागू करने से इनकार कर दिया था। जिसकी वजह से केंद्र सरकार ने समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत मिलने वाली 573 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता रोक दी है। दरअसल किसी भी राज्य को शिक्षा के लिए जारी किया गया एसएसए फंड को पाने के लिए एनईपी के दिशा-निर्देशों का पालन करना होता है। इस फंड को रोके जाने की वजह से तमिलनाडु के सीएम स्टालिन केंद्र सरकार से बिफरे हुए हैं। केंद्र सरकार के इस फैसले को उन्होंने दक्षिणी राज्यों में हिंदी थोपने का आरोप लगाया। वहीं केंद्र सरकार के मुताबिक शिक्षा संविधान की समवर्ती सूची में है व त्रिभाषा फॉर्मूले को लागू करना राज्यों की जिम्मेदारी है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 13 March 2025 at 21:11 IST