अपडेटेड 20 May 2024 at 13:42 IST

CM हाउस, एक राज, दो किरदार... स्वाति मालीवाल पिटाई कांड में एक हफ्ते बाद भी हैं कई अनसुलझे सवाल

CM केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई बेअदबी को एक हफ्ता हो गया है, कुछ सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब अब भी तलाशे जा रहे हैं।

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swati maliwal, arvind kejriwal and bibhav kumar
स्वाति मालीवाल, अरविंद केजरीवाल और विभव कुमार | Image: x/ video grab

Swati Maliwal row: 16 मई को स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस की पहल पर एफआईआर दर्ज कराई। रूह कंपाने वाली बदसलूकी की कहानी इसमें थी। पिटाई कांड को लेकर गर्म मौसम में सियासी पारा भी हाई है। सीएम का पीए विभव कुमार आरोपी है और 5 दिन की पुलिस रिमांड में है।

स्वाति मालीवाल ने जो एफआईआर दर्ज कराई उसमें पिटाई कांड को लेकर तो बहुत कुछ है लेकिन एक अहम सवाल पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है कि आखिर ऐसी बर्बरता हुई क्यों? 13 मई की सुबह सीएम आवास पर विभव कुमार इतना आपे से क्यों बाहर हुए कि गाली गलौज से लेकर मारपीट तक बात पहुंच गई!

पिटाई कांड के 5 अनसुलझे सवाल

ये 'हम' कौन?

एफआईआर कॉपी में लिखा है कि भद्दी गालियां देते हुए हड्डी पसली तोड़ने की धमकी विभव कुमार ने दी। एफआईआर में 'हमारी बात कैसे नहीं मानेगी', 'हमको न कर दे'...'हम सबक सिखाएंगे' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। यहीं सवाल उठता है कि ये 'हम' कौन है? क्या विभव किसी और के इशारे पर ऐसा कर रहा था या उस समय ड्रॉइंग रूम में कोई और भी था! टुकड़े में रिलीज हो रहे सीसीटीवी फुटेज भी कुछ छुपाए जाने की तस्दीक कर रहे हैं।

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सुबह के 9 बजे, सीएम आवास तो फिर सीएम कहां?

एफआईआर में लिखा गया है कि मालीवाल सुबह 9 बजे सीएम से मिलने पहुंचीं। ड्राइंग रूम में बैठीं तभी विभव कुमार की एंट्री हुई। कथित तौर पर उन्होंने आते ही गंदी गालियां देनी शुरू की फिर थप्पड़ रसीद दिए।  लिखा है- मैं पूरी तरह सदमे में थी और बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही थी। खुद को बचाने के लिए मैंने उसे अपने पैरों से दूर धकेला। इस बीच, वो फिर मुझ पर झपटा और बेरहमी से पिटाई करने लगा... मेरी शर्ट खींच दी। मेरी शर्ट के बटन खुल गए। उसने मेरा सिर पकड़ा और टेबल पर मार दिया।

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सवाल यही है कि इतना कुछ हुआ लेकिन आम आदमी और महिला अस्मिता को लेकर इतने संवेदनशील सीएम मौके पर नहीं पहुंच पाए? पीए वहीं था तो क्या सीएम भी उस वक्त मौजूद थे?

आखिर मुद्दा क्या?

जिस दिन से ये कहानी पब्लिक डोमेन में आई है उसी दिन से एक सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर मुद्दा क्या है? क्या वजह है जिससे मामला इतना बिगड़ा कि गाली गलौज और पिटाई तक की नौबत आ गई? क्या वजह वही है जिसकी ओर इशारा भाजपा कर रही है!

किसी वकील का जिक्र!

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव ने एक वजह बताई। उन्होंने आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के ऑपरेशन झाड़ू वाले बयान को धत्ता बताया। मीडिया से बोले- केजरीवाल राजनीतिक नाटक कर रहे हैं। उन्होंने दावे के साथ कहा कि मालीवाल पर हमला वरिष्ठ वकील को राज्यसभा भेजने की केजरीवाल की इच्छा से जुड़ा मामला है!वहीं विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मालीवाल ने मैं ही क्यों? कह विरोध में आवाज बुलंद की थी।

केजरीवाल की चुप्पी सालती है

मालीवाल के आरोप, विपक्ष के आरोपों के बीच केजरीवाल ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार मीडिया/ समर्थकों से मुखातिब हुए। लखनऊ में 15 मई को फिर, 18 मई को वाया सोशल मीडिया संदेश और तीसरी बार रविवार 19 मई को समर्थकों को संबोधित करते हुए। पहली बार सवाल टाल गए, दूसरी बार अपने प्रोटेस्ट के बारे में संदेश के हवाले से बात की तो मालीवाल का नहीं पीए विभव कुमार का जिक्र, तीसरी बार मंच से नेताओं और समर्थकों के बीच भाजपा पर वार किया फिर विभव का नाम लिया, विक्टिम कार्ड खेला लेकिन मालीवाल का नाम फिर बिसरा दिया। सवाल यही कि आखिर जिसे झांसी की रानी तक कहते थे उसका नाम लेने से परहेज क्यों?

13 मई को वारदात, 16 को एफआईआर

13 मई को स्वाति मालीवाल के साथ वारदात हुई उसी दिन वो पुलिस थाने पहुंची मुंह जबानी शिकायत की लिखित में नहीं। मामला आगे बढ़ा सियासी तूफान खड़ा हुआ तो इसके अगले दिन सांसद राज्य सभा सांसद और आप के बड़े नेता संजय सिंह ने पीसी की। माना कि मालीवाल के साथ बदसलूकी हुई है। वारदात को स्वीकार करने के बाद मामले ने और तूल पकड़ा। एक्शन लेने का दबाव पार्टी पर पड़ा। अरविंद केजरीवाल मीडिया के सवालों से बचते ही दिखे। इस सबके बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा और तीन दिन में एक्शन टेकन रिपोर्ट तलब की। उसी रिपोर्ट को तैयार करने के सिलसिले में गुरुवार 16 मई को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम सेंट्रल दिल्ली स्थित स्वाति मालीवाल के आवास पहुंची। करीब साढ़े चार घंटे तक पुलिस की टीम स्वाति के घर पर मौजूद रही। स्वाति ने घटना की पूरी डिटेल्स एप्लीकेशन में लिखकर दी। FIR दर्ज की गई। 17 मई को तीस हजारी कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने मालीवाल ने बयान दर्ज कराया।

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 20 May 2024 at 13:37 IST