अपडेटेड 14 August 2024 at 12:39 IST

'मामा ने बुलाया है... मोदी है तो मुमकिन है' के लगे नारे, भोपाल के किसान दिल्ली रवाना; PM को सुनेंगे

भोपाल से किसानों का एक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनने और लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस के भव्य समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हुआ।

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PM Modi will hoist tricolor: भोपाल से किसानों का एक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनने और लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस के भव्य समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हुआ। यह दल कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के निमंत्रण पर दिल्ली जा रहा है। 

भोपाल स्टेशन पर रवाना होते वक्त किसानों ने 'मोदी है तो मुमकिन है' और 'मामा ने बुलाया है', 'प्रधानमंत्री जी का भाषण सुनने जाना है' जैसे नारे लगाए। किसानों के बीच स्वतंत्रता दिवस के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। सभी प्रधानमंत्री को सुनने के लिए उत्साहित है।

हर घर पर लहरा रहा तिरंगा 

देशभर में 15 अगस्त को लेकर जश्न का माहौल है। हर घर पर तिरंगा लहरा रहा है और सड़कों पर पुलिस की सख्त चौकसी है। स्वतंत्रता दिवस सभी भारतीयों के लिए गौरव का क्षण है। इस बार यह दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी विशेष महत्व रखता है।

11वीं बार तिरंगा फहराएंगे प्रधानमंत्री 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस 15 अगस्त को एक नया रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। वह लगातार 11वीं बार लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराएंगे, जिससे वह इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से आगे निकल जाएंगे। मनमोहन सिंह ने 10 बार लाल किले से तिरंगा फहराया था, जो अब तक का रिकॉर्ड था।

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 जानिए किस प्रधानमंत्री के नाम कितनी बार ध्‍वजारोहण का रिकॉर्ड

  • जवाहरलाल नेहरू अगस्‍त 1947 से लेकर मई 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर रिकॉर्ड 17 बार झंडा फहराया। 
  • लाल बहादुर शास्त्री जून 1964 से जनवरी 1966 तक देश के प्रधानमंत्री रहे और 2 बार लाल किले पर राष्‍ट्र ध्‍वज फहराया।
  • इंदिरा गांधी जनवरी 1966 से मार्च 1977 और जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 तक प्रधानमंत्री रहीं और उन्‍होंने 16 बाद राष्‍ट्र ध्‍वज फहराया।

सुरक्षा के इंतजाम खास

स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए दिल्ली को कड़ी सुरक्षा के तहत रखा गया है। 10 हजार से अधिक पुलिसकर्मी और 3 हजार से अधिक यातायात पुलिस के साथ, एआई-आधारित चेहरे पहचानने वाले 700 कैमरे दिल्ली की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। राजधानी के अति संवेदनशील इलाकों में भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है, और हर चौराहे पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 14 August 2024 at 07:57 IST