Updated November 21st, 2018 at 23:05 IST
विशेष एक्सप्रेस ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे शिवसैनिक, इन नेताओं का लगेगा जमावड़ा...
24 नवंबर को उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुँचेंगे. इसी दिन वह लक्ष्मण किला जायेंगे और शाम के वक्त नया घाट पर सरयू नदी की आरती करेंगें .
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शिवसेना ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे की तैयारी जोरशोर से शुरु कर दी हैं. तैयारियों का जायजा लेने के लिए शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत, सांसद राजन विचारे, विनायक राऊत पहले ही अयोध्या पहुंच गए हैं. इन नेताओं ने बुधवार को मैथिली के महंत रमन श्रवण से मुलाकात की और महंत द्वारा आयोजित पूजा में हिस्सा लिया.
24 नवंबर को उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुँचेंगे. इसी दिन वह लक्ष्मण किला जायेंगे और शाम के वक्त नया घाट पर सरयू नदी की आरती करेंगें . अगले दिन यानी 25 नवंबर को उद्धव विवादित ढांचे की ज़मीन पर जायेंगें यहां वह रामल्ला के दर्शन करेंगें और आरती में हिस्सा लेंगें.
शिवसेना उद्धव के अयोध्या दौरे को एक ग्रैंड इवेंट बनाना चाहती हैं. हजारों की संख्या में शिव सैनिक पूरे देश से अयोध्या पहुंचने का दावा शिवसेना ने किया हैं. शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने एक विशेष एक्सप्रेस ट्रेन बुक की हैं. इस ट्रेन से 1800 से ज्यादा शिव सैनिक, शिवसेना विधायक और सांसद अयोध्या के लिए गुरुवार को रवाना होंगें. यह अयोध्या एक्सप्रेस ठाणे स्टेशन से दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर रवाना होगी.
शिवसेना के कई अन्य बड़े नेता हवाई मार्ग से अयोध्या पहुँचेंगे. हाल ही में उद्धव ने सार्वजनिक तौर पर कहा था की, वो इरादतन राम मंदिर के मुद्दे को उठा रहें हैं ताकि, बीजेपी को याद दिलाया जा सकें की उन्होने हर चुनाव में राम मंदिर बनाने का वादा किया था और उसे वो पूरा नहीं कर रहें हैं.
शिवसेना के लिए राम मंदिर एक ऐसा हथियार हैं जिसके जरिए वो पूरे देश में पार्टी का विस्तार कर सकती हैं. शिवसेना ने पहले ऐलान कर दिया हैं कि, वो आगामी सभी चुनाव अपने दम पर लड़ेगें, ऐसे में शिवसेना पुरजोर कोशिश कर रही हैं कि, हिंदुत्व के नाम पर परंपरागत तरीके से बीजेपी को वोट करने वाले मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित कर सकें.
शिवसेना को लगता हैं कि, राम मंदिर एक ऐसा मुद्दा हैं जिसके जरिए वो बीजेपी को हिंदुत्व के मुद्दे पर कॉर्नर कर सकते हैं क्योंकि, विवादित ज़मीन का मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं और बीजेपी फिलहाल राम मंदिर पर अध्यादेश लाने से बच रही हैं. शिवसेना जानती हैं कि, अगर बीजेपी राम मंदिर पर अध्यादेश लाती हैं तो विपक्षी दल बीजेपी पर यह आरोप लगा सकते हैं कि, सत्तारुढ़ दल का देश की सर्वोच्च अदालत पर भरोसा नहीं हैं और उद्धव बीजेपी की इसी मजबूरी का फायदा उठाना चाहते हैं.
सेना सुत्रों के मुताबिक, उद्धव भगवान राम के जन्मभूमि से बीजेपी को ललकारेंगें और राममंदिर पर नया नारा लगायेंगे “हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार” .
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Published November 21st, 2018 at 19:06 IST