अपडेटेड 2 July 2025 at 14:37 IST
ST Hasan Controversial Statement: कांवड़ यात्रा 2025 से पहले उत्तर प्रदेश में होटलों और ढाबों की जांच को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन का इस पर विवादित बयान सामने आया है। उनकी इसकी तुलना पहलगाम आतंकी हमले से करते हुए ऐसी बात कह दी, जिस पर हंगामा मच गया। इसके बाद भी एसटी हसन अपने बयान पर कायम है। वहीं, इस सपा नेता के इस बयान को कांग्रेस का भी समर्थन मिला है।
मुरदाबाद से पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने मुजफ्फरनगर की एक घटना को लेकर यह विवादित बयान दिया। उन्होंने इसे आतंकवाद से जोड़ दिया और कहा कि धर्म के नाम पर पहचान पूछना आतंकवाद जैसा है। इनमें और पहलगाम के आतंकियों में कोई अंतर नहीं है। वहीं, जब उनसे इसको लेकर उनसे सवाल किया गया, तो भी वो अपने बयान से पीछे नहीं हटे।
एसटी हसन से जब उनके इस बयान को लेकर सवाल किया गया, तो वो इससे पीछे नहीं हटे। सफाई देते हुए सपा नेता ने कहा, "कांवड़ मार्ग पर सरकार का आदेश है कि नेम प्लेट लगाए जाएं, और मैं इससे सहमत हूं। इस्लाम कभी यह नहीं सिखाता कि धोखा देकर या अपनी पहचान छिपाकर कारोबार को आगे बढ़ाया जाए। प्रशासन को जांच का अधिकार है लेकिन क्या किसी नागरिक को अधिकार है कि वह पैंट उतारकर जांच करें?"
उन्होंने आगे कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने पैंट नहीं उतरवाई थी? उन्होंने गोली मारी थी, यह दहशत फैला रहे हैं। मैंने क्या गलत कहा? क्या ऐसी हरकत करने वालों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए?
यूपी में कांवड़ यात्रा से पहले खाने-पीने की दुकानों पर नेम प्लेट मामले के बीच मुजफ्फरनगर में एक कर्मचारी की पैंट उतारने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। हाल ही में बघरा आश्रम के संचालक यशवीर महाराज और अन्य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर पंडित जी वैष्णो ढाबे पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पहचान के लिए आधार कार्ड मांगे। ऐसा न करने पर ढाबे पर लगा बारकोड स्कैन किया तो उसमें मालिक का नाम मुस्लिम समुदाय का निकला। आरोप है कि इसके बाद कर्मचारियों को कमरे में ले जाकर उनकी पैंट उतराने की कोशिश की गई।
इसी मामले पर एसटी हसन ने विवादित बयान दिया। वहीं सपा नेता के इस बयान पर कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस नेता उदित राज ने उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि एसटी हसन ने क्या गलत कहा है? जो आतंकवादी थे पहलगाम में उन्होंने धर्म पूछ कर गोली मारी है। यह लोग जो कर रहे हैं, उन्हें मैं आतंकवादी कहूंगा। पहलगाम में 28 लोगों शहीद हुए वह दुखद बात है, लेकिन यह जो किया जा रहा है इसका असर पूरे देश में होगा। ये जहर पूरे देश में फैलेगा। जो आतंकवादियों ने किया वही यह लोग भी कर रहे हैं। यह किसी आतंकवादी से कम है।
उदित राज ने आगे कहा दलित-पिछड़े के ऊपर जो अत्याचार हो रहा है, यह इस तरह से आतंकवादी घटना जैसे ही है। एक यादव का सिर मुड़वा देते हैं, शुद्धिकरण करते हैं, यह सब क्या पवित्रता है। धर्म एक अलग बात है, पाखंड एक अलग बात है। धर्म के खिलाफ कौन बोल रहा है।
पब्लिश्ड 2 July 2025 at 14:36 IST