अपडेटेड 14 April 2025 at 16:32 IST
Bihar: कन्हैया कुमार हो गए टांय-टांय फिस्स... बिहार में फिर कांग्रेस बैसाखी के जरिए लड़ेगी चुनाव! सीट शेयरिंग पर बनेगी बात?
RJD सांसद मनोज झा ने बताया कि तेजस्वी यादव 15 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे, गठबंधन पर चर्चा होगी।
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Bihar News: बिहार की राजनीति में कांग्रेस के भीतर कन्हैया कुमार का दबदबा जितना हालिया दिनों में दिखा है, वो चुनावों के पहले ही टांय-टांय फिस्स होता भी दिखाई पड़ सकता है। ऐसा इसलिए कि महागठबंधन में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोक चुके हैं, जबकि दबे स्वर कांग्रेस में कन्हैया कुमार को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर आगे रखने की आवाज उठ रही थी। खैर, इस पूरे घटनाक्रम में अब कांग्रेस और तेजस्वी यादव की राजद एक मंच पर बैठनी वाली हैं, जहां गठबंधन के साथ सीट बंटवारे की बात होनी है। इससे स्पष्ट है कि महागठबंधन में दोनों पार्टियां चुनाव लड़ती हैं तो मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर तेजस्वी यादव बाजी मार जाएंगे और कन्हैया कुमार के सीएम बनने की अंदरुनी इच्छा सिर्फ इच्छा ही रह जाएगी।
बिहार में कांग्रेस दूसरे की नाव में बैठकर ही सियासत करती रही है। ऐसा इसलिए कि राज्य में ना पार्टी का मजबूत वोटबैंक है और ना ऐसा चेहरा है, जो नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव और तमाम बिहार बीजेपी के नेताओं को टक्कर दे सकता है। कुल मिलाकर कांग्रेस बिहार में राजद के सहारे ही अपनी राजनीति करती रही है। ये जरूर है कि राहुल गांधी के करीबी कन्हैया कुमार को कांग्रेस पार्टी के चेहरे के तौर पर स्थापित कर रही है। हाल ही में राहुल गांधी ने कन्हैया कुमार के लिए बेगूसराय में यात्रा निकाली तो सचिन पायलट जैसे नेताओं को भी बिहार में कन्हैया कुमार के लिए उतारा गया। इधर, अब कांग्रेस बिहार में राजद के साथ गठबंधन पर सहमति जताने के लिए बैठक करने वाली है।
मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलेंगे तेजस्वी यादव
राजद सांसद मनोज झा ने सोमवार को बताया कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव 15 अप्रैल (मंगलवार) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे, जिसमें सीट बंटवारे और आगामी बिहार चुनाव के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन पर चर्चा होगी। बिहार में कांग्रेस के सबसे पुराने सहयोगी के रूप में जानी जाने वाली राजद INDI अलायंस का भी हिस्सा है। आरजेडी और कांग्रेस की बैठक खड़गे के आवास पर होने की उम्मीद है। 20 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष के बिहार के बक्सर जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने की भी उम्मीद है। मनोज झा ने दिल्ली में एएनआई से बातचीत में कहते हैं- 'ये एक औपचारिक बैठक है। अगर हम कांग्रेस पार्टी के सहयोगियों को देखें तो आरजेडी अब तक की सबसे पुरानी सहयोगी रही है। इस औपचारिक बैठक में पूरे परिदृश्य पर चर्चा की जाएगी।'
बिहार में अगले 6 महीनों में चुनाव संभव
बिहार विधानसभा चुनाव लगभग 6 महीने में होने की उम्मीद है, इसलिए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सत्तापक्ष यानी बीजेपी-जदयू-लोजपा के एनडीए गठबंधन अभी से चुनाव के लिए जोर लगाना शुरू कर दिया है। 30 मार्च को अपनी बैठक के बाद से अमित शाह चुनाव की तैयारी के लिए महीने में दो दिन बिहार में बिताने जा रहे हैं। दूसरे केंद्रीय मंत्रियों को भी अनौपचारिक तौर पर बिहार के काम में लगाया जा चुका है। जैसे 13 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव पर चर्चा के लिए एनडीए की बैठक में शामिल हुए। बिहार में मुख्य मुकाबला एनडीए (बीजेपी-जदयू-लोजपा-हम पार्टी) और महागठबंधन (कांग्रेस-राजद) के बीच होना है।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 14 April 2025 at 16:32 IST