अपडेटेड 12 October 2024 at 20:49 IST
Devendra Fadnavis Exclusive: रिपब्लिक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला। वहीं आगामी महाराष्ट्र चुनाव में गठबंधन की सरकार का सीएम फेस कौन होगा, इसे लेकर भी बेधड़क जवाब दिया। डिप्टी सीएम ने कहा कि मेरी पार्टी के वरिष्ठ नेता हमें जो कहेंगे हम वो करेंगे।
रिपब्लिक के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने पूछा कि क्या अजीत पवार की पार्टी को साथ लाना गलती थी? अजित पवार की मीटिंग में नवाब मलिक को बुलाते हैं। तो क्या इससे विराचरधारा की क्लेरिटी में कमी आई है? महाराष्ट्र में ये तीन पहिए वाला अलायंस कैसा चल रहा है? इसपर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "अच्छा चल रहा है सबकुछ। जिस समय हमने गठबंधन का निर्णय लिया था, उस समय विचार हमने किया था। ये बात सही है कि NCP और BJP विचारधारा को लेकर करीब-करीब विपरीत रहे हैं। अजित पवार जी को साथ लिया तो कहीं ना कहीं हमारे कोर वोटर को ये बात पसंद नहीं आई। फिर हमने उन्हें समझाने की कोशिश की। अजित पवार को हम साथ में ले रहे हैं, क्योंकि महाराष्ट्र में समीकरण बदला है। जैसी राजनीति हमारे साथ हुई, उसके बाद तीन पार्टियां जो साथ में आई है, वो महाराष्ट्र का गणित अपने फेवर में करना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि राजनीति में आप मूल्याधिष्ठित राजनीति तभी कर सकते, जब जिंदा रहेंगे। जिंदा ही नहीं रहेंगे तो मूल्यों का उपयोग नहीं रहता। जिस समय ये अवसर आया, तो हमने उन्हें साथ लिया। लोकसभा चुनाव में उनका वोटरबेस डिफाइन नहीं हो पाया था। उनके वोटर भी कन्फ्यूज थे। हम एक स्टेब्लिश पार्टी है।
सीएम फेस को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा, "हमारे यहां एकदम पक्का है। हमारे यहां सीएम है। सरकार का जो प्रमुख है, वो प्रमुख होता ही है। हमारी पार्टी में पार्लियामेंट्री बोर्ड प्रमुख है। और अजित पवार आपने पार्टी के अध्यक्ष हैं और एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी के प्रमुख हैं। तो सब मिलकर जो तय करेगा वो होगा।"
डिप्टी सीएम ने कहा कि BJP में कोई नेता अपने बारे में फैसला नहीं करता। वरिष्ठ लोग हमेशा फैसला करते हैं। और हमारी पार्टी में वरिष्ठ नेता जो फैसला करेंगे, वो मैं करूंगा। मेरी पार्टी ने मुझे बहुत दिया है। जो जिम्मेदारी दी, उसको अच्छे से निभाने का प्रयास किया है। मैं बहुत संतुष्ट हूं। और मुझे लगता है कि इसपर बोलने का अधिकार मुझे नहीं है और ना ही हमारे पार्टी की पद्धति है।
उद्धव ठाकरे के एक बयान का जिक्र करते हुए जब डिप्टी सीएम से पूछा गया कि वो कहते हैं कि हिंदुत्व के बारे में फडणवीस को कुछ पता नहीं है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो हमारे मुस्लिम भाई हैं, वो सब मेरे पास आते हैं। वो कहते हैं कि मैं उनकी आखिरी उम्मीद हूं। ये नया हिंदुत्व है। मेरा हिंदुत्व का वर्जन मुस्लिम भाईयों को मंजूर है, लेकि फडणवीस और नरेंद्र मोदी का हिंदुत्व उन्हें मंजूर नहीं है। इसपर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, बहुत साफ तरीके से कहता हूं कि भाजपा का सीधा मानना है कि धर्म, भाषा और जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करते। हम तुष्टीकरण भी नहीं करते। केवल वोट की राजनीति के लिए हम कल तक जो हिंदू हृदय सम्राट बाला साहब ठाकरे थे, उनको जनाब बाला साहब ठाकरे नहीं बोलेंगे। चाहे कोई वोट दे या ना दें।
उन्होंने कहा कि उद्धव जी ने राजनीति में जिस तरह से कुलाटी मारी है, वो अपने दिल को बहलाने के लिए कह सकते हैं, कि मेरा हिंदुत्व सही है। लेकिन एक बार आईना देख लें, तो वो भी समझेंगे कि गलत बात कह रहे हैं। बाला साहब ठाकरे ने कभी वोटों की चिंता नहीं की। वोट के लिए कभी तुष्टीकरण नहीं किया। लेकिन उनसे ठीक उल्टा उद्धव ठाकरे कर रहे हैं। मुझे आश्चर्य होता है कि उन्हें कैंडिडेट प्रचार के लिए बम धमाके का आरोपी चलता है। उद्धव ठाकरे के चुनाव की रैली में पाकिस्तान का झंडा लहरा रहा था।
उद्धव ठाकरे की रैली में पाकिस्तानी झंडा लहराया गया था। इसे लेकर डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा, "मुझे लगता है कि अगर वो ऐसा कहते हैं, तो मैं कुछ नहीं कहूंगा कि इससे कमजोर समर्थन और कुछ हो ही नहीं सकता। आप रैली निकाल रहे हो, आपकी रैली में झंडे लहरा रहे हैं। आप बोल सकते हो कि नहीं चलेंगे झंडे।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरी रैली में कोई लाकर दिखा दे पाकिस्तान का झंडा, वहीं गाड़ दूंगा उसको। ऐसे कैसे पाकिस्तान का झंडा आता है। आप भी नाच रहे हैं और आपके लोग भी नाच रहे हैं। आप कहते है कि कोई लेकर आ गया तो मैं क्या करूं। ये तो ऐसे लोग हैं कि देश की बागडोर इनके हाथ में दे दे तो पाकिस्तान से कोई आकर यहां बम धमाका कर दे, ये कहेंगे कोई आ गया तो मैं क्या करूं? मैं थोड़ी जिम्मेदार हूं। ऐसा थोड़ी होता है।"
पब्लिश्ड 12 October 2024 at 16:52 IST